भरतकुमार सोलंकी
मुंबई
हम सभी अपनी जिंदगी में बड़े सपने देखते हैं। चाहे वह आर्थिक आजादी हो, परिवार की सुरक्षा या अपने जुनून को जीने का अवसर, हर लक्ष्य के लिए मेहनत और सही रणनीति की जरूरत होती है। ठीक उसी तरह जैसे एक म्यूचुअल फंड में एसआईपी (सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) हमें छोटे-छोटे निवेश से बड़े लक्ष्य हासिल करने में मदद करता है, जिंदगी में भी हमें अपने हुनर और समय को एक एसआईपी की तरह इस्तेमाल करना चाहिए।
हुनर पर काम करने का मतलब है खुद को हर दिन बेहतर बनाना। जैसे म्यूचुअल फंड का एसआईपी धीरे-धीरे बढ़ता है और लंबे समय में बड़ा रिटर्न देता है, वैसे ही रोज अपने स्किल्स पर मेहनत करना आपको उन ऊंचाइयों तक ले जाता है, जिनकी आपने कल्पना की है। यह हुनर आपकी सबसे बड़ी संपत्ति है, जो हर परिस्थिति में आपके साथ रहेगा। अपने स्किल्स पर ध्यान देने से आप न केवल अपनी मौजूदा नौकरी या व्यवसाय में बेहतर प्रदर्शन कर पाएंगे, बल्कि भविष्य के अवसरों को भी भुना सकेंगे।
अक्सर लोग समय की कमी का बहाना बनाकर अपने विकास को टालते रहते हैं, लेकिन जिंदगी की एसआईपी का पहला नियम यही है कि समय को सही तरीके से निवेश किया जाए। हर दिन कुछ घंटे अपने हुनर को निखारने और नई चीजें सीखने में लगाना चाहिए। यह समय भले ही छोटा लगे, लेकिन इसका असर लंबे समय में बहुत बड़ा होता है। जैसे एसआईपी बाजार की टाइमिंग की चिंता से मुक्त करता है, वैसे ही अपने हुनर पर ध्यान केंद्रित करना आपको बाहरी परिस्थितियों की चिंता से आजाद करता है। मार्वेâट ऊपर जाए या नीचे, अगर आपने लगातार निवेश किया है, तो अंतत: आप फायदे में रहेंगे। जिंदगी में भी, अगर आप अपने स्किल्स को लगातार निखारते रहेंगे, तो कोई भी मुश्किल स्थिति आपको हरा नहीं सकती।
हुनर और समय का सही निवेश आपको अपने जीवन के बड़े लक्ष्यों तक पहुंचने का साधन देता है। इससे न केवल आर्थिक स्वतंत्रता मिलती है, बल्कि आत्मविश्वास और संतोष भी बढ़ता है। यह भरोसा पैदा होता है कि आप किसी भी चुनौती का सामना कर सकते हैं इसलिए अपने हुनर और एसआईपी पर भरोसा करें। रोजाना थोड़ा-थोड़ा समय अपने लक्ष्य को पाने के लिए लगाएं। यह छोटी-छोटी मेहनत धीरे-धीरे आपको एक ऐसी जिंदगी की ओर ले जाएगी, जहां आपके सपने हकीकत बनेंगे। याद रखे, जिंदगी की सबसे बड़ी पूंजी आपका हुनर और इसे निखारने के लिए दिया गया समय है। इसे सही दिशा में निवेश करें और सफलता आपके कदम चूमेगी।
(लेखक आर्थिक निवेश मामलों के विशेषज्ञ हैं)