मुख्यपृष्ठस्तंभनिवेश गुरु: अपना घर मजबूत करो! विदेशी गोरे निवेशकों को भगाओ

निवेश गुरु: अपना घर मजबूत करो! विदेशी गोरे निवेशकों को भगाओ

  • भरतकुमार सोलंकी

घर, परिवार और गांव से दूर सैकड़ों किलोमीटर का सफर तय कर लोग मुंबई, दिल्ली, कोलकाता अथवा चेन्नई जैसे बड़े शहरों में पहुंचते हैं अथवा अपने गांव से दूर किसी बड़े शहर में रोजी-रोटी की तलाश में जाते हैं। हर कोई अपना घर-गांव, परिवार छोड़कर दूर-दराज के शहर में आया तो मकसद एक ही था और वह था पैसा कमाना। ऐसे लाखों लोग हैं, जिन्होंने पैसे तो बहुत कमाए, इसमें कोई शक नहीं है लेकिन क्या ये सब लोग पैसे वाले बने? शायद नहीं। इनमें से अधिकांश लोग पैसा कमाने के दिखावे में लग गए और यह दिखाने में लगे हुए हैं कि हां, मैं भी पैसा कमा सकता हूं। मुझे भी पैसा कमाना आता है। इसी दिखावे के चलते कोई घर का फर्नीचर बदल रहा है तो कोई अपना घर ही बदल रहा है। कोई नई कार खरीद रहा है तो कोई शादी-विवाह में बैंड-बाजों और मंडप-पंडाल पर लाखों रुपए खर्च कर रहा है।
पैसा हम सब जरूर कमा रहे हैं लेकिन आप, हम किसी को लूट रहे हैं तो कोई दूसरा हमें भी लूट रहा है इसलिए कोई पैसे वाला नहीं बन रहा है। वैâसे बनेगा कोई पैसेवाला! दरअसल, एक तरह से हम सब एक-दूसरे को ही लूटने में लगे हुए हैं क्योंकि हमारे देश के लोगों में इन्वेस्टमेंट (निवेश) का कल्चर ही नहीं है। हम सब पैसा कमाने में माहिर हैं तो पैसों को खर्च करने में भी कुशल हैं लेकिन पैसों को कैसे बोया जाता है? उसमें हमारी कुशलता संदेहजनक है।
आज पूरे देश में हंगामा मचा हुआ है। संसद में काले झंडे दिखाए जा रहे हैं। सड़कों पर प्रदर्शन हो रहे हैं और नेता सवाल पूछ रहे हैं कि अडानी समूह की कंपनियों में किसका पैसा लगा हुआ है?
मैं पाठकों को यह बताना चाहता हूं कि देश की अधिकांश बड़ी कंपनियों में विदेशी निवेशकों का मोटा पैसा लगा हुआ है और उसमें अडानी समूह भी शामिल है। हमारे देश के लोगों में पैसे का निवेश करने का कल्चर ही नहीं है इसीलिए तो विदेशी गोरे हमारी देशी कंपनियों में पैसे निवेश कर रहे हैं। देश के लोगों में निवेश कल्चर नहीं बनेगा तो एक दिन देश की बागडोर फिर से विदेशी लोगों के हाथ में जा सकती है।
देश को एक बार फिर गुलाम होने से बचाना है तो देश के हर नागरिक को इक्विटी निवेश-भागीदार बनना होगा। देश-दुनिया को दिखाने के लिए दिखावा ही करना है तो सबसे पहले घर की दीवारों को मजबूत करनी होगी, घर को मजबूत करना होगा। घर मजबूत कैसे होगा? यह तब संभव होगा, जब हम खुद निवेशक बनेंगे। साथ ही विदेशी कर्जदार नहीं होंगे और न ही कभी हम विदेशी निवेशकों के लिए मोहताज होंगे!
(लेखक आर्थिक निवेश मामलों के विशेषज्ञ हैं)

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