सामना संवाददाता / मुंबई
इंडियन फार्मास्युटिकल अलायंस (आईपीए) ने आज ग्लोबल फार्मास्युटिकल क्वॉलिटी समिट 2024 के 9वें संस्करण के सफलतापूर्वक समापन की घोषणा की। इस समिट का विषय था, ‘एडवांसेज इन मैन्युफैक्चरिंग एंड क्वॉलिटी- पेशेंट सेंट्रिसिटी’ (उत्पादन एवं गुणवत्ता में प्रगति–रोगी को प्राथमिकता देना)। इस दो दिवसीय समिट में इंडस्ट्री लीडर, दुनिया भर के नियामकों, गुणवत्ता विशेषज्ञों और जानकारी के आदान-प्रदान को बढ़ावा देने और भारत में फार्मास्युटिकल सेक्टर को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले सभी हितधारक एक मंच पर एकजुट हुए।
इस सम्मेलन में 16 सत्र हुए और दुनिया भर से 45 वक्ताओं ने इसमें भाग लिया। इन वक्ताओं में भारत सरकार, यूएसएफडीए, एमएचआरए और आईजीबीए के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं। आईपीए के महासचिव सुदर्शन जैन ने स्वागत भाषण दिया, जिसके बाद आईपीए के गुणवत्ता समिति के अध्यक्ष और ल्यूपिन के एमडी नीलेश गुप्ता और यूएसएफडीए के सीडीईआर के निदेशक पैट्रिजिया कैवाज़ोनी ने उद्घाटन भाषण दिया। भारत सरकार के ड्रग कंट्रोलर जनरल राजीव रघुवंशी ने विशेष भाषण दिया। भारत सरकार के फार्मास्यूटिकल्स विभाग के सचिव अरुणीश चावला ने मुख्य भाषण दिया।