मुख्यपृष्ठसमाचारपंचनामा : इंसानों के लिए जहर है कोल्ड ड्रिंक्स!

पंचनामा : इंसानों के लिए जहर है कोल्ड ड्रिंक्स!

-शामिल होते हैं कई हानिकारक तत्व 

-नहीं बनी है कोई गाइडलाइन

टि्वंकल मिश्रा

इन दिनों लोग तेज धूप व गर्मी से परेशान हैं। इससे बचने के लिए लोग कोल्ड ड्रिंक्स पी रहे हैं, साथ ही कई लोग पैक्ड जूस भी पी लेते हैं। बच्चे कोल्ड ड्रिंक्स और पैक्ड जूस का सेवन सर्वाधिक करते हैं। एक शोध के अनुसार, देश के लगभग ४० प्रतिशत बच्चों को कोल्ड ड्रिंक्स पीने की लत है। दिन में २ से ३ बार वे सॉफ्ट ड्रिंक्स को पी ही लेते हैं। डॉक्टरों का मानना है कि कोल्ड ड्रिंक्स बच्चों के लिए जहर के समान होती है। डॉक्टरों की मानें तो इसमें मिलावट होने से पीने वाले की हड्डियों में कमजोरी, पाचन तंत्र में गड़बडी, अल्सर व रक्तवाहिका के प्रभावित होने की आशंका रहती है।
कई दिग्गज करते हैं जहर को प्रमोट
चाहे बॉलीवुड के सितारे हों या हॉलीवुड के, कई प्रभावशाली हस्तियां पैसे के लिए इस जहर का प्रचार करती हई नजर आती हैं, लेकिन इससे होने वाले नुकसान के बारे में लोग नहीं बताते हैं। डॉक्टरों का कहना है कि एक ३०० एमएल वाली कोल्ड ड्रिंक की बोतल में लगभग १३ से १४ चम्मच चीनी होती है। जितनी चीनी बच्चों और बड़ो को एक हफ्ते में लेनी चाहिए उतनी चीनी का सेवन वे ५ मिनट में कर लेते हैं। इसके प्रभाव से शरीर में चिड़चिड़ापन होना, गुस्सा आना, खुद की बात मनवाने के लिए जिद करना जैसे लक्षण बच्चों में नजर आने लगते हैं।

बच्चों पर पड़ता है गलत प्रभाव
मुझे मालूम है कि यह नुकसान करता है, लेकिन बच्चे टीवी पर प्रचार देखकर प्रभावित हो जाते हैं और जिद करने लगते हैं। मैं इसके बदले कुछ और देने की कोशिश भी करती हूं, लेकिन उन्हें वही चाहिए होता है, क्योंकि उनका फेवरेट एक्टर उस सॉफ्ट ड्रिंक को पी रहा होता है, इसलिए उन्हें भी वह पीना होता है। वह देखते हैं कि यह सॉफ्ट ड्रिंक पीने के बाद वैâसे उनकी बॉडी और मसल्स अच्छे हैं, उन्हें लगता है कि वह यह पिएंगे तो उनकी भी बॉडी और मसल्स अच्छे होेंगे। वे भी हीरो बन जाएंगे। बच्चों पर इसका गलत प्रभाव पड़ रहा है।
पूनम देसाई, मुंबई
कोल्ड ड्रिंक्स बेचने में लगे लिमिटेशन
यह सही बात है कि यह स्वास्थ्य के लिए बहुत ही ज्यादा हानिकारक है। खासकर बच्चों के लिए तो बहुत ही ज्यादा। हम एक बार बड़ों को समझा सकते हैं, लेकिन बच्चों को समझाना मुश्किल हो जाता है। मेरा मानना है कि किसी भी दुकान पर इन चीजों को लिमिट में ही बेचना चाहिए। खासकर बच्चों को जब वे अकेले हो तो उन्हें इस चीज को नहीं देना चाहिए। जिस तरह से टीवी में सिगरेट, शराब इन सब चीजों को रोकने के लिए चेतावनी दी जाती है, इस तरह कोल्ड ड्रिंक्स के लिए भी ऐसा नियम होना चाहिए, जिसमें बच्चों को यह समझ में आए कि कोल्ड ड्रिंक्स स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।
महक रॉय, मुंबई
सरकार लाए शुगर पॉलिसी
कोल्ड ड्रिंक्स में वैâफिन के साथ भारी मात्रा में चीनी होती है, जो शरीर को नुकसान पहुंचाने का काम करती है। खासकर बच्चों की बात करें तो यह बच्चों के शरीर को बहुत नुकसान पहुंचाती है। बच्चों के शरीर में शुगर लेवल ज्यादा बढ़ने के कारण उनमें हाइपर एक्टिविटी आ जाती है। मेरा मानना है कि सरकार को जल्द ही एक शुगर पॉलिसी लानी चाहिए। सरकार को इस पर ठोस कदम उठाना चाहिए। जिस तरह सरकार ने स्मोकिंग और एल्कोहल किल्स ऐसा नारा तैयार किया है ऐसे ही एक वक्त आएगा जब सरकार शुगर किल्स का नारा लगाएगी।
प्रदीप गाडगे, डायबिटोलॉजिस्ट
सॉफ्ट ड्रिंक के प्रचार पर वॉर्निंग
कोल्ड ड्रिंक्स बनाने वाली यह जितनी भी कंपनियां हैं, ये ड्रिंक्स में कुछ ऐसे फार्मूला डालते हैं जिससे बच्चों के अंदर एडिक्शन पैदा होता है। मीठा खाने की आदत जहर खाने के बराबर होती है। जिस तरह से म्युचुअल फंड्स को लेकर यह वॉर्निंग दी जाती है कि इसमें रिस्क है, इसी तरह से सॉफ्ट ड्रिंक के प्रचार पर भी वॉर्निंग होनी चाहिए कि यह स्वास्थ्य के लिए कितना हानिकारक है। माता-पिता को भी अधिक ध्यान देना होगा वरना आज के बच्चे कल के हार्ट पेशेंट बन जाएंगे और तब लोग यह सवाल उठाएंगे कि हार्ट की बीमारियां बढ़ गई हैं।
 डॉ. धीरेन काडीयावाला पीडियाट्रिशियन
कोल्ड ड्रिंक पीने से हुआ बीमार
हमारे स्कूल में भी बताया गया है कि कोल्ड ड्रिंक्स हमारी हेल्थ के लिए अच्छा नहीं होता, लेकिन जब मैं देखता हूं कि इसे पीने के बाद शक्ति आ जाती है तो मुझे लगता है कि मैं पिऊंगा तो मुझमें भी शक्ति आ जाएगी। लेकिन मम्मी मुझे डांटती है इसलिए मैं नहीं पीता। मुझे एक बार पेट में बहुत दर्द हो रहा था तब मुझे पता चला कि कोल्ड ड्रिंक बहुत नुकसान करता है। उसके बाद मैंने छोड़ दिया।
मुकुल गोयल (८ वर्षीय बच्चा)

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