सामना संवाददाता / मुंबई
बीड जिले के मस्साजोग के सरपंच संतोष देशमुख की हुई। हत्या का तीव्र असर सोमवार को विधानमंडल के ऊपरी सदन में दिखाई दिया। नेता प्रतिपक्ष अंबादास दानवे ने मुद्दा उपस्थित करते हुए सरकार से सवाल पूछा कि राज्य में कानून राज है अथवा अपराधियों का है। इसे लेकर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि इस मामले में आरोपियों की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से खोजबीन की जाएगी। साथ ही आरोपियों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
सदन की कार्यवाही शुरू होते ही अंबादास दानवे ने संतोष देशमुख हत्याकांड का मुद्दा उपस्थित करते हुए कहा कि मैं नियम २८९ के माध्यम से एक विषय रखा हूं। बीड में पिछले सप्ताह नौ दिसंबर को एक घटना घटी। केज तहसील के मस्साजोग स्थित सरपंच संतोष देशमुख की निर्ममता से हत्या कर दी गई। इस घटना के पृष्ठभूमि पर नजर डालें तो वहां एक निजी कंपनी चल रही है। इस कंपनी में छह दिसंबर को कुछ लोग घुस गए। उन्होंने वहां वॉचमैन के साथ मारपीट की। उसके बाद वॉचमैन ने क्षेत्र के सरपंच को फोन कर बुलाया। उसके बाद ग्रामीणों और हमलावरों में कहासुनी हो गई। इसमें कंपनी के लोगों से मारपीट की गई।
पुलिस ने की कार्रवाई
इसके बाद आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया, लेकिन तुरंत ही आरोपियों को जमानत दे दी गई। जमानत मिलने के बाद पुलिस ने आरोपियों के साथ बैठकर चाय और पार्टी की। उसके २-३ दिन बाद यानी ९ दिसंबर को सरपंच संतोष देशमुख की अपहरण कर हत्या कर दी गई।