नागमणि पांडेय / मुंबई
एनआईए ने पिछले सप्ताह पुणे से दो आतंकियों को गिरफ्तार किया था, उनसे हुई पूछताछ के बाद गुरुवार को पुणे से एक डॉक्टर को भी गिरफ्तार किया गया है। जानकारी के मुताबिक, गिरफ्तार आतंकी आतंकवादी संगठन आइसिस की उप संस्था ‘सूफा’ के सदस्य हैं और बम बनाने में एक्सपर्ट हैं। सूत्रों के मुताबिक, आतंकी संगठन आइसिस मुंबई, पुणे, जयपुर समेत हिंदुस्थान के कई शहरों में सीरियल ब्लास्ट करने की फिराक में था। आइसिस के इस जिहादी मंसूबे को पूरा करने के लिए इन आतंकियों ने पुणे, कोल्हापुर और सातारा के जंगलों में तीन बार बम ब्लास्ट कर टेस्टिंग भी की थी। ऐसे में अब महाराष्ट्र एटीएस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है। आरोपियों को ५ अगस्त तक एटीएस की रिमांड में रखा गया है।
एनआईए ने आइसिस से जुड़े मोहम्मद इमरान मोहम्मद यूसुफ खान उर्फ अमीर अब्दुल हमीद खान और मोहम्मद यूनुस मोहम्मद याकूब साकी को मीठा नगर, कोंढवा से गिरफ्तार किया था। दोनों मूल रूप से रतलाम (मध्यप्रदेश) के रहनेवाले हैं। वे कोंढवा में ग्राफिक डिजाइनर के तौर पर काम कर रहे थे और करीब डेढ़ साल से एनआईए की वांटेड लिस्ट में थे। इनसे पूछताछ के बाद गुरुवार को डॉ. अदनान अली सरकार को भी गिरफ्तार किया है।
तलाशी में मिले कई अहम सुराग
गिरफ्तार आरोपियों के घर की तलाशी में एक सफेद पाउडर मिला था। यह पाउडर विस्फोटक पदार्थ बताया जा रहा है, लेकिन उसका नाम स्पष्ट नहीं हो पाया है। इसके अलावा कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण के साथ एक लैपटॉप में उनकी साजिश से जुड़े कई अहम सुराग हाथ लगे हैं। एक पेन ड्राइव भी बरामद की गई है। फिलहाल, पुणे पुलिस ने इस मामले की जांच एटीएस को सौंप दी है।
जंगल में किया था ब्लास्ट
जानकारी के मुताबिक, साकी और खान दोनों आतंकी आइसिस की उप संस्था ‘सुफा’ से जुड़े हैं। इनके खिलाफ यूएपीए की धाराएं भी लगाई गई हैं। इनके टारगेट पर कई शहर थे। सूत्रों के मुताबिक, पुणे से लेकर जयपुर, मुंबई तक कई शहर इनके निशाने पर थे। पुलिस उन्हें उस लोकेशन पर भी ले गई थी, जहां इन्होंने ब्लास्ट कर टेस्टिंग की थी। वहां से भी केबल और कुछ चीजें बरामद हुई हैं।
चोरी की गाड़ियों में करना चाहते थे ब्लास्ट
सूत्रों के मुताबिक, गिरफ्तार आतंकी चोरी की गाड़ियों में ब्लास्ट करने की तैयारी में थे, इसलिए पुणे के कोथरुड में गाड़ी चोरी करते हुए पेट्रोलिंग टीम ने इन्हें रंगे हाथ गिरफ्तार किया था। दोनों आतंकियों का एक साथी भी था, जोकि फरार हो गया है, उसकी तलाश की जा रही है। बताया जा रहा है कि आइसिस के मंसूबों को अंजाम देने के लिए गिरफ्तार डॉक्टर अदनान अली सरकार युवाओं का ब्रेन वॉश करता था।