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चार टकले जाने से कोई फर्क नहीं पड़ता! संजय राऊत का जबरदस्त तंज

सामना संवाददाता / जलगांव

जलगांव में शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) की सभा वैâसे होगी? लोग आएंगे या नहीं? जो लोग ऐसी चिंताओं के वशीभूत हैं, उन्हें याद रखना चाहिए कि चार टकले चले भी जाएं तो कोई फर्क नहीं पड़ता। चार टकले मतलब ‘शिवसेना’ नहीं। शिवसेना यह शिवसैनिकों का अथाह सागर है। ऐसा जबरदस्त तंज शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पार्टी के नेता व सांसद संजय राऊत ने कसा। इस मौके पर संजय राऊत ने शिवसेना की वचनपूर्ति सभा की गंदी राजनीति पर अक्षरश: कटाक्ष किया। उद्धव ठाकरे इस सभा में नहीं आएं, इसके लिए चार टकलों ने भरपूर कोशिशें कीं, लेकिन खानदेश के लोग शिवसेना से प्यार करते हैं। उद्धव ठाकरे आए, उनका अभूतपूर्व स्वागत हुआ। वे आए, उन्होंने देखा और वे जीत गए… इस घटना को देखने के बाद, वे टकले अब बाहर नहीं आएंगे, ऐसा तंज संजय राऊत ने कसा। इस दौरान उन्होंने ऐसा दृढ़ विश्वास भी व्यक्त किया कि चार गद्दार गए हैं, दस चुन कर लाएंगे।

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