सामना संवाददाता / मुंबई
नाणार हो या बारसु…अक्सर देखा जाता है कि भाजपा महाराष्ट्रद्रोही है। इसके साथ ही यह भी देखा जाता है कि सत्ता के लालची ‘मिंदे’ ने कोकणी आदमी के साथ विश्वासघात किया है! इन शब्दों के साथ शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता, युवा सेनाप्रमुख व विधायक आदित्य ठाकरे ने ट्वीट कर महाराष्ट्र की ‘ईडी’ सरकार पर हमला बोला है।
उद्योग मंत्री ने राज्य में बंद पड़े प्रोजेक्टों पर श्वेत पत्र जारी किया है। इसके बाद आदित्य ठाकरे ने ट्वीट कर इस सरकार पर हमला बोला। आदित्य ठाकरे ने सवाल उठाते हुए कहा कि वे कोकण और कोकणी लोगों से इतने नाराज क्यों हैं? ये महाराष्ट्र द्वेषी ‘पाकिस्तान संबंध, बंद संगठन, विदेशी फंडिंग’ जैसी बातों को कोकण से जोड़कर कोकणी को देशद्रोही बनाने की कोशिश क्यों करते हैं? इससे पहले उन्होंने मीडिया से बात करते हुए भी इस पर टिप्पणी की थी। ‘विभिन्न स्थानों पर, इस गैर-संवैधानिक सरकार के मंत्रियों ने कहा कि हम महाराष्ट्र में बड़ी परियोजनाएं ला रहे हैं, लेकिन उद्योग महाराष्ट्र में नहीं आए हैं। कुल मिलाकर महाराष्ट्र में जो राजनीतिक अस्थिरता पैदा हुई है, इसलिए उद्यमी महाराष्ट्र नहीं आना चाहते। आदित्य ठाकरे ने आलोचना करते हुए कहा कि वे परियोजनाएं गुजरात में चली गईं, क्योंकि यह गुजरात में ४० गद्दारों को छिपाने का इनाम है अन्यथा महाराष्ट्र में अस्थिरता होगी। पिछले सवा साल में गैर कानूनी सरकार के आने के बाद से बड़ी परियोजनाएं महाराष्ट्र से बाहर जा रही हैं। भर्ती को लेकर घमासान जारी है। कृषि क्षेत्र चौपट हो गया है। महाराष्ट्र में सियासी बवाल मचा हुआ है। अगर इसे सुलझाना है और कहीं न कहीं लोकतंत्र को बचाना है तो अयोग्यता पर फैसला जल्द आना जरूरी है। आदित्य ठाकरे ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि नतीजे समय पर आ जाएंगे।