सामना संवाददाता / नई दिल्ली
नरेंद्र मोदी सरकार ने हर साल दो करोड़ बेरोजगारों को रोजगार देने का वादा किया था, लेकिन पिछले दस वर्षों में यह वादा मोदी सरकार पूरा नहीं कर सकी है। यह सिर्फ एक जुमला था। रोजगार नहीं मिलने के कारण देश में बेरोजगारी चरम सीमा पर पहुंच गई है। अब केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने एक और जुमला छोड़ा है। उन्होंने कहा है कि देश में १३० करोड़ लोगों को सरकारी नौकरी देना सरकार के लिए संभव नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि किसी को यह नहीं सोचना चाहिए कि रोजगार का मतलब सरकारी नौकरी ही है।
अमित शाह ने दिल्ली के अपने आवास पर एक अंग्रेजी दैनिक को इंटरव्यू दिया। इस इंटरव्यू में उन्होंने देश में बेरोजगारी पर टिप्पणी की थी। विपक्षी पार्टियां लगातार मोदी सरकार पर लोगों को रोजगार देने में नाकाम रहने का आरोप लगा रही हैं? इस सवाल के जवाब में अमित शाह ने कहा कि १३० करोड़ लोगों को सरकारी नौकरी देना किसी भी सरकार के लिए संभव नहीं है। मोदी सरकार ने १ लाख १७ हजार स्टार्टअप कंपनियां शुरू की हैं, इससे रोजगार पैदा होगा। ७५ साल की उम्र पूरी करने के बाद नरेंद्र मोदी को भाजपा के नियमों के मुताबिक रिटायर होना होगा। इसे लेकर विपक्षी दलों ने लगातार भाजपा पर निशाना साधा था। इस बारे में अमित शाह से सवाल किया गया। उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि सबसे पहली बात तो यह है कि पार्टी में ऐसा कोई नियम नहीं है। कुछ निर्णय विशिष्ट परिस्थितियों में लिए जाते हैं। जब वे परिस्थितियां नहीं होतीं, तो नियम भी नहीं होते। मैं स्पष्ट कर देता हूं कि २०२९ में भी मोदी जी हीr हमारा नेतृत्व करेंगे।