नागमणि पांडेय / मुंबई
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को धमकी देनेवाले जयेश पुजारी को लेकर एक नई चौंकानेवाली जानकारी सामने आई है। कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री के.एस. ईश्वरप्पा की हत्या का मास्टरमाइंड जयेश पुजारी ही था। नागपुर पुलिस की जांच में यह खुलासा हुआ है। इतना ही नहीं, जयेश पुजारी ने कर्नाटक के कुछ शहरों में आतंकी नेटवर्क खड़ा कर रखा था। वह डी गैंग, लश्कर-ए-तैयबा और पीएफआई के संपर्क में था। जयेश दूसरा दाऊद बनने की चाह रखता था, इसीलिए अपने गिरोह को बढ़ाने के साथ ही लोगों को धमकी देने का काम शुरू कर दिया था। इस मामले में अब एनआईए ने जांच शुरू कर दी है। एनआईए ने गुरुवार शाम को उसे नागपुर पुलिस से अपने कब्जे में ले लिया है।
बता दें कि पिछले महीने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के नागपुर संपर्क कार्यालय में एक धमकी भरा फोन आया था,जहां रंगदारी मांगी गई थी। साथ ही एक मोबाइल नंबर भी दिया था। एक बैंक अकाउंट नंबर भी दिया था और उस बैंक खाते में पैसे डालने की बात कही गई थी। इस मामले में नागपुर पुलिस ने जयेश पुजारी को कर्नाटक से हिरासत में लिया था। इससे पहले भी उसने नितिन गडकरी को धमकी दी थी। दिलचस्प बात यह है कि पुजारी जेल में था, तब उसके नाम से एक धमकी भरा फोन आया तो सब तरफ सनसनी मच गई थी।
जेल में डी कंपनी से मुलाकात
जांच में सामने आया है कि जयेश के दाऊद इब्राहिम गिरोह से सीधे संबंध थे। कर्नाटक की बेलगाम जेल में रहते हुए वह दाऊद गिरोह के सदस्य मृदुल यूसुफ और राशिद मलबारी के संपर्क में आया। पॉपुलर प्रâंट ऑफ इंडिया का सचिव अफसर पाशा भी बेलगाम जेल में अपनी सजा काट रहा था। उसने धर्मांतरित मुस्लिम जयेश उर्फ सलीम शहीर को अपने जाल में फंसा लिया। जयेश प्रतिबंधित संगठनों के अन्य सदस्यों के जरिए असम गया था। वहां उसे और उसके साथियों को हथियार और बम बनाने का प्रशिक्षण दिया गया। सूत्रों ने जानकारी दी है कि जयेश के खिलाफ यूएपीएए के तहत ही मामला दर्ज किया गया है।