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जीवन दर्पण : करें पीपल के पेड़ की परिक्रमा, स्वास्थ्य होने लगेगा ठीक

 डॉ. बालकृष्ण मिश्र

गुरुजी, मेरे बेटे का जन्म नाम क्या होगा। कृपा करके मुझे बताएं?
– सुबोध सिंह
(जन्म- १० मई २०२४, समय- दिन में ३.५५, स्थान- भदोही, उत्तर प्रदेश)
सुबोध जी, आपके बेटे का जन्म शुक्रवार के दिन मृगशिरा नक्षत्र के प्रथम चरण में हुआ है। बेटे की राशि वृषभ बन रही है। बच्चे का राशि का नाम नाम वरुण हो सकता है। अगर लग्न के आधार पर हम बात करें तो कन्या लग्न में बेटे का जन्म हुआ है। कन्या लग्न में जन्म लेने के कारण आपका बेटा देखने में बहुत खूबसूरत है और उसके जन्म के बाद आपका परिवार विकास करेगा। बेटे की कुंडली में सूर्य-चंद्रमा उच्च राशि के हैं और बुध नीच राशि का है, लेकिन बेटे की कुंडली में सप्तम स्थान पर मंगल बैठ करके कुंडली को मांगलिक बनाया है। बेटे के जन्म के बाद में बेटे के पिता का निश्चित विकास होगा, इसमें कोई संदेह नहीं है, लेकिन पिता को सकारात्मक सोच के साथ कार्य करना होगा।

गुरुजी, मेरी शिक्षा और स्वास्थ्य कैसा रहेगा?
– श्लोक मिश्रा
(जन्म- ७ दिसंबर २०१३, समय- रात्रि २.०८, स्थान- मुंबई)
श्लोक जी, आपका जन्म कन्या लग्न में हुआ है और आपकी राशि मकर बन रही है। मकर राशि का स्वामी शनि है। पंचम भाव का स्वामी शनि आपकी कुंडली छठे भाव का स्वामी है, जो दूसरे भाव पर बैठा है। शनि की साढ़ेसाती चलने के कारण आपका स्वास्थ्य ठीक नहीं रहता होगा। आप पीपल के पेड़ की परिक्रमा करना प्रारंभ कर दें, इससे आपका स्वास्थ्य बहुत अच्छा होगा। शनिवार के दिन से शुरू करके ४३ दिनों तक पीपल के पेड़ की परिक्रमा करें। धीरे-धीरे आपका स्वास्थ्य तो ठीक होगा ही एज्युकेशन भी अच्छी होने लगेगी।

गुरुजी, क्या मुझे शिक्षा में सफलता मिलेगा?
– वरुण यादव
(जन्म- २० दिसंबर २०१०, समय- रात्रि ९.४५, स्थान- मुंबई)
वरुण जी, आपका जन्म सोमवार के दिन हुआ है। लग्न के आधार पर बात करें तो कर्क लग्न में आपका जन्म हुआ है। कर्क लग्न का स्वामी चंद्रमा उच्च राशि का है इसलिए आपकी राशि वृषभ बन रही है, लेकिन चंद्रमा लाभ भाव पर बैठ करके निम्मता की पूर्ण दृष्टि से पंचम भाव को देख रहा है। इस कारण आपकी याददाश्त बहुत कमजोर बनी हुई है। गोचर में इस समय आपकी राशि पर देवगुरु बृहस्पति बैठ करके अपनी पंचम दृष्टि से पंचम भाव को देख रहे हैं, जहां से एजुकेशन का विचार किया जाता है। आपकी शिक्षा ठीक रहेगी, लेकिन याददाश्त को स्थिर बनाने के लिए आपको प्रतिदिन विष्णु सहस्रनाम का पाठ सुनने के साथ ही पीपल के पेड़ की परिक्रमा करनी चाहिए। ऐसा करने से आपकी शिक्षा में विकास होगा।

गुरुजी, करियर में ग्रोथ नहीं हो रहा है?
– माया कुमारी
(जन्म- १३ नवंबर १९८६, समय- दिन में ११.४४, स्थान- पुणे, महाराष्ट्र)
माया जी, आपका जन्म गुरुवार के दिन हुआ है और आपकी राशि मीन है। लग्न के आधार पर बात करें तो धनु लग्न में आपका जन्म हुआ है। धनु लग्न का स्वामी देवगुरु बृहस्पति है और वही बृहस्पति आपकी राशि का स्वामी भी है, जो आपकी राशि में पराक्रम भाव पर बैठ करके अपनी पंचम दृष्टि से सप्तम भाव को देख रहा है और नवम दृष्टि से दशम भाव को देख रहा है इसलिए आपका करियर बहुत अच्छा होगा। प्रतिदिन विष्णु सहस्रनाम का पाठ सुनने के साथ ही सूर्य को प्रणाम भी करें।

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