• डॉ. बालकृष्ण मिश्र
गुरुजी, मेरा स्वास्थ्य कैसा रहेगा और शिक्षा कैसी होगी?
– प्रथमेश राहुल पांडे
(जन्म- २ जुलाई २०१७, समय- प्रात:काल ८:३०, स्थान- मुंबई)
प्रथमेश जी, आपका जन्म कर्क लग्न में हुआ है और आपकी राशि कन्या बन रही है। अगर आपके स्वास्थ्य और शिक्षा के बारे में हम बात करें तो आपका स्वास्थ्य बहुत अच्छा है और आपकी शिक्षा बहुत अच्छी होगी। लेकिन शिक्षा स्थान का स्वामी मंगल आपकी कुंडली में १२वें भाव में बैठ करके आपकी कुंडली को मांगलिक बनाया हुआ है और मन की एकाग्रता को भी कमजोर कर रहा है। आपकी मां को प्रदोष व्रत रखना चाहिए।
गुरुजी, मेरा स्वास्थ्य कैसा होगा और शिक्षा किस प्रकार से होगी, कृपया बताएं? – तृषा राजन पांडे
(जन्म- २४ अक्टूबर २०१९, समय- रात्रि ९:५५, स्थान- मुंबई)
तृषा जी, आपकी कुंडली को अगर हम देखें तो आपका जन्म गुरुवार के दिन मिथुन लग्न में हुआ है और आपकी राशि सिंह बन रही है। यदि आपके स्वास्थ्य के बारे में हम देखें तो स्वास्थ्य का विचार छठे भाव से किया जाता है और छठे भाव का स्वामी मंगल है। आपकी कुंडली में चौथे स्थान पर बैठकर मंगल ने आपकी कुंडली को मांगलिक बनाया है। आपका स्वास्थ्य ठीक रहेगा, लेकिन यदि हम आपकी शिक्षा को देखें तो शिक्षा भी आपकी अच्छी रहेगी। सूर्य ग्रह आपकी कुंडली में नीच राशि का है इसलिए प्रतिदिन आपको सूर्य को प्रणाम करना चाहिए। यदि आप सूर्य को प्रणाम कर रही हैं तो ये आपके लिए विशेष लाभदायक माना जाएगा। जीवन की अन्य गहराइयों को जानने के लिए आपको संपूर्ण जीवन दर्पण गोल्ड बनवाना चाहिए।
गुरुजी, मेरा स्वास्थ्य और मेरी शिक्षा कैसी रहेगी?
– सिया राहुल पांडे
(जन्म- ६ नवंबर २०१९, समय- रात्रि २.१६ स्थान- मुंबई)
सिया जी, आपका जन्म बुधवार के दिन हुआ है। यदि लग्न के आधार पर हम बात करें तो सिंह लग्न में आपका जन्म हुआ है और आपकी राशि कुंभ बन रही है। सिंह लग्न के लोग बड़े पुरुषार्थी और बड़े मेधावी होते हैं, लेकिन आपकी राशि कुंभ है। आपकी राशि पर शनि की साढ़ेसाती का भी प्रभाव चल रहा है इसलिए आपको प्रतिदिन हनुमान चालीसा का पाठ सुनना चाहिए। ऐसा करने पर आपका स्वास्थ्य भी अच्छा रहेगा और शिक्षा भी अच्छी हो जाएगी। जीवन की अन्य गहराइयों को जानने के लिए आपको संपूर्ण जीवन दर्पण बनवाना चाहिए।
गुरु जी, अस्वस्थ रहता हूं। कोई उपाय बनाएं?
– मोहनलाल गुप्ता
(जन्म- ८ अगस्त १९७४, समय- रात्रि १२.४५ स्थान- भदोही, उत्तर प्रदेश)
मोहनलाल जी, आपका जन्म वृष लग्न और मीन राशि में हुआ है। लग्नेश एवं षष्ठेश शुक्र द्वितीय भाव में बैठा है तथा लग्न में ही केतु बैठ करके समय-समय पर आपको डिप्रेशन में डाल देता है। आपकी कुंडली को अगर सूक्ष्मता से देखा जाए तो छठे भाव का स्वामी यदि द्वितीय स्थान पर बैठता है तो बार-बार बीमार होते हैं, क्योंकि आपकी कुंडली में अनंत नामक कालसर्प योग बन रहा है। इस योग के कारण जातक को व्यक्तित्व निर्माण करने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ता है। इसका प्रभाव इसके गृहस्थ जीवन में भी पड़ता है तथा मानसिक परेशानी पीछा नहीं छोड़ती। एक के बाद एक मुसीबत आती ही रहती है। अपने व्यक्तित्व का निर्माण करने हेतु निरंतर संघर्ष करना पड़ता है। ऐसा व्यक्ति कई प्रकार के काम करके छोड़ देता है और कोई भी काम में स्थाई रुचि नहीं होती। इस समय आपकी राशि पर शनि की साढ़ेसाती भी प्रारंभ हो गई है। कुंडली में रोगेश शुक्र की महादशा में शनि का अंतर चल रहा है। अत: आपमें डिप्रेशन का होना स्वाभाविक है। वर्तमान में ग्रह शांति कराना आवश्यक है तथा अस्थाई लाभ प्राप्त करने के लिए अनंत नामक कालसर्प योग की पूजा समय-समय पर कराते रहना चाहिए। जीवन की अन्य गहराइयों को जानने के लिए संपूर्ण जीवन दर्पण बनवाएं।
स्वास्थ्य खराब है। कुंडली में क्या दोष है। निवारण बताएं? – माधुरी गुप्ता
(जन्म- २१ दिसंबर २०१७, समय- सायंकाल ५:४६, स्थान- मुलुंड, मुंबई)
माधुरी जी, आप का जन्म वृष लग्न एवं मकर राशि में हुआ है। वृष लग्न का स्वामी शुक्र ग्रह है, इस लग्न में जन्म लेनेवाले जातक का चेहरा गोल एवं गेहुंए रंग का होता है। आपकी कुंडली में लग्नेश एवं रोगेश शुक्र अष्टम भाव में बैठ करके बालारिष्ट योग बना रहे हैं। इस समय आपकी कुंडली में शनि भाग्येश एवं कर्मेश शुक्र के अष्टम भाव में बैठ करके पिता के कार्य क्षेत्र एवं आपके स्वास्थ्य को भी कमजोर बना रहा है। आपकी कुंडली में कालसर्प योग और भाग्य ग्रहण दोष भी बना हुआ है। सबसे पहले स्वास्थ्य को अनुकूल बनाने के निमित्त बालारिष्ट योग की पूजा वैदिक विधि से आवश्यक है। शनि की साढ़ेसाती भी चल रही है, इससे शुभ फल प्राप्त करने के लिए शनिवार को काला तिल, काली उड़द, बादाम, कोयला और नारियल शरीर से सात बार उतारा करवा करके जलाशय में बहाएं। जीवन के अन्य गहराई को जानने के लिए संपूर्ण जीवन बनवाएं।
ग्रह-नक्षत्रों के आधार पर आपको देंगे सलाह। बताएंगे परेशानियों का हल और आसान उपाय। अपने प्रश्नों का ज्योतिषीय उत्तर जानने के लिए आपका अपना नाम, जन्म तारीख, जन्म समय, जन्म स्थान मोबाइल नं. ९२२२०४१००१ पर एसएमएस करें। उत्तर पढ़ें हर रविवार…!