डाॅ. बालकृष्ण मिश्र
गुरुजी, मेरी आर्थिक परेशानी कब तक दूर होगी, उपाय बताएं?
– शिवम सोनी
(जन्म- ९ सितंबर १९९७, समय- शाम ४ बजे, स्थान- प्रतापगढ़, उत्तर प्रदेश)
शिवम जी, आपका जन्म मंगलवार के दिन अनुराधा नक्षत्र के चतुर्थ चरण में हुआ है और आपकी राशि वृश्चिक बन रही है। वर्तमान समय में वृश्चिक राशि पर शनि की ढैया का प्रभाव चल रहा है। शनि की ढैया के कारण शनि आपकी राशि से चौथे स्थान पर बैठा हुआ था और चौथे स्थान पर बैठ करके अपनी सप्तम दृष्टि से दशम भाव को देख रहा है इसलिए करियर का पूरा बेनिफिट आपको नहीं मिल पा रहा है। आप प्रतिदिन हनुमान चालीसा का तीन बार पाठ करें और यदि संभव हो तो पीपल के पेड़ की परिक्रमा भी प्रारंभ कर दें। इससे धीरे-धीरे आपकी परेशानियां समाप्त हो जाएंगी और आर्थिक स्थिति अच्छी हो जाएगी। जीवन को विस्तारपूर्वक जानने के लिए संपूर्ण जीवन दर्पण बनवाएं।
गुरुजी, मेरा भविष्य वैâसा है। मेरे भविष्य के बारे में बताएं?
– ज्योति अजय मौर्या
(जन्म- १ जुलाई १९९७, समय- सायं ४.३०, स्थान- उत्तर प्रदेश)
ज्योति जी, आपका जन्म कृतिका नक्षत्र के तृतीय चरण में हुआ है और आपकी राशि वृषभ बन रही है। लग्न के आधार पर अगर हम बात करें तो वृश्चिक लग्न में आपका जन्म हुआ है और लग्न का स्वामी मंगल आपकी कुंडली में लाभ भाव में स्थित है। चंद्रमा आपकी कुंडली में उच्च राशि का है इसलिए मानसिक चिंता बनी रहती है, लेकिन द्वितीय भाव का स्वामी बृहस्पति नीच राशि का हो करके आपकी कुंडली में पराक्रम भाव पर बैठ करके भाग्य भाव को अपनी पूर्ण दृष्टि से देख रहा है इसलिए शादी के बाद आपके भाग्योदय होने की बात दिखाई दे रही है। अपने जीवन को विस्तारपूर्वक जानने के लिए संपूर्ण जीवन दर्पण बनवाएं।
गुरुजी, मेरा एजुकेशन और स्वास्थ्य कैसा रहेगा, बताएं?
– प्रांजल सुशील तिवारी
(जन्म- ८ अप्रैल २००६, समय- दोपहर १.३१, स्थान- जौनपुर, उत्तर प्रदेश)
प्रांजल जी, आपका जन्म श्लेषा नक्षत्र के तृतीय चरण में हुआ है और आपकी राशि कर्क बन रही है। वर्तमान समय में कर्क राशि पर शनि की ढैया का प्रभाव चल रहा है। शनि आपकी राशि में अष्टम स्थान पर बैठा हुआ है और अष्टम स्थान का स्वामी भी है इसलिए आपके स्वास्थ्य में किसी न किसी प्रकार की दिक्कत आती होगी। स्वस्थ रहने और अच्छी शिक्षा प्राप्त करने के लिए आपको शनि का उपाय करना होगा। इसके लिए आप पीपल के पेड़ की परिक्रमा प्रतिदिन कम से कम ५ मिनट तक जरूर करें। यह परिक्रमा कम से कम ४३ दिनों तक लगातार करें। इसके साथ ही प्रतिदिन तीन बार हनुमान चालीसा पाठ भी करें। जीवन को विस्तारपूर्वक जानने के लिए संपूर्ण जीवन दर्पण भी बनवाएं।
गुरुजी, मेरा एजुकेशन और भविष्य कैसा होगा?
– हर्षिता सुशील तिवारी
(जन्म- २८ अप्रैल २००८, समय- रात्रि ३.३५, स्थान- भदोही, उत्तर प्रदेश)
हर्षिता जी, आपका जन्म सोमवार के दिन उत्तराषाढ़ नक्षत्र के तृतीय चरण में हुआ है और आपकी राशि मकर बन रही है। राशि के आधार पर अगर हम बात करें तो आपकी राशि पर अंतिम चरण की शनि की साढ़ेसाती चल रही है। शनि आपकी कुंडली में ११वें और १२वें भाव का स्वामी होकर आपकी राशि से इस समय दूसरे स्थान पर बैठा है। आपको प्रतिदिन हनुमान चालीसा का तीन बार पाठ और विष्णु सहस्र नाम का पाठ सुनना चाहिए। यदि ऐसा करेंगे तो आपकी एजुकेशन भी अच्छी हो जाएगी और स्वास्थ्य भी अच्छा रहेगा, लेकिन सूर्य ग्रह आपकी कुंडली में उच्च राशि का है और बुध ग्रह के साथ बैठा है इसलिए आप बहुत बुद्धिमान हैं। आपकी कुंडली में बुधादित्ययोग बना हुआ है। मन की एकाग्रता ही आपको उच्च शिखर तक ले जाएगी। जीवन को विस्तारपूर्वक जानने के लिए आप संपूर्ण जीवन दर्पण बनवाएं।
गुरुजी, मेरी राशि क्या है और मेरी शिक्षा वैâसी होगी?
– रौनक दीपक गुप्ता
(जन्म- १३ सितंबर २०१२, समय- दिन में ७.४५, स्थान- भदोही, उत्तर प्रदेश)
रौनक जी, आपका जन्म श्लेषा नक्षत्र के प्रथम चरण में हुआ है और आपकी राशि कर्क बन रही है। कर्क राशि पर इस समय शनि की ढैया का प्रभाव चल रहा है। अगर गोचर के आधार पर हम बात करें तो आपकी राशि से इस समय आठवें स्थान पर शनि बैठ करके दशम भाव को पूर्ण दृष्टि से देख रहा है इसलिए शनि की ढैया के प्रभाव के कारण आप अपने एजुकेशन में मन नहीं लगा पा रहे हैं और बड़ों की बात भी नहीं मान रहे हैं। अगर बड़ों की बात नहीं मानेंगे तो आपकी एजुकेशन कमजोर होगी। आपको प्रतिदिन हनुमान चालीसा का तीन बार पाठ भी करना चाहिए और आपकी मां को प्रदोष व्रत रखना चाहिए। जीवन को विस्तारपूर्वक जानने के लिए संपूर्ण जीवन दर्पण बनवाएं।
ग्रह-नक्षत्रों के आधार पर आपको देंगे सलाह। बताएंगे परेशानियों का हल और आसान उपाय। अपने प्रश्नों का ज्योतिषीय उत्तर जानने के लिए आपका अपना नाम, जन्म तारीख, जन्म समय, जन्म स्थान मोबाइल नं. ९२२२०४१००१ पर एसएमएस करें। उत्तर पढ़ें हर रविवार…!