गुरु जी, मेरी शादी कब होगी। इसके लिए मुझे क्या उपाय करना चाहिए?
– प्रमोद यादव
(जन्म- २२ अक्टूबर १९९६, समय- रात्रि १२.३५, स्थान- मुंबई)
प्रमोद जी, आपका जन्म मंगलवार के दिन हुआ है। धनिष्ठा नक्षत्र के तृतीय चरण में आपकी राशि कुंभ बन रही है। वर्तमान समय में कुंभ राशि पर शनि की साढ़ेसाती भी चल रही है। अगर आपके विवाह को हम देखें तो कर्क लग्न में आपका जन्म हुआ है और कर्क लग्न का स्वामी चंद्रमा है। आपकी कुंडली में चंद्रमा अष्टम भाव पर बैठा है इसलिए आपकी कुंडली मांगलिक नहीं है, लेकिन चौथे स्थान पर सूर्य के बैठने से जीवन साथी के चयन में किसी-न-किसी प्रकार की अड़चन आ रही है। लग्न भाव का स्वामी चंद्रमा आपकी कुंडली में अष्टम भाव पर बैठ करके यह संकेत दे रहा है कि आप अपनी इच्छा से अपना विवाह करना चाह रहे हैं, लेकिन आपको अपने माता-पिता की सहमति के बगैर विवाह नहीं करना चाहिए। विवाह के लिए अगर आप शनि का उपाय करेंगे तो २०२४-२५ में आपकी शादी हो सकती है। जीवन के विस्तार को जानने के लिए आप संपूर्ण जीवन दर्पण बनवाएं।
गुरु जी, मैं पैसे जरूर कमाता हूं, लेकिन बचत नहीं कर पाता। उपाय बताएं?
– राजकुमार सोनी
(जन्म- ३० मार्च १९८४, समय- प्रात: ६.३५, स्थान- जोगेश्वरी, मुंबई)
राजकुमार जी, आपका जन्म शुक्रवार के दिन हुआ है और आपकी राशि कुंभ बन रही है। वर्तमान समय में कुंभ राशि पर शनि की साढ़ेसाती भी चल रही है। यदि लग्न के आधार पर हम आपकी कुंडली को देखें तो मीन लग्न में आपका जन्म हुआ है और शनि आपकी कुंडली में १२वें भाव का स्वामी है। गोचर के आधार पर हम बात करें तो लग्न में ही शनि बैठा हुआ है, जो वैभव का स्वामी हो करके बैठा हुआ है इसलिए व्यय की अधिकता बनी है। शनि का उपाय करने से आपके पास पैसों की बचत होने लगेगी। शनि का उपाय करने के लिए काले तिल, काली उड़द, बादाम, कोयला, एक नारियल को काला कपड़े में बांधकर अपने सिर से सात बार घुमाकर किसी बहते पानी में डालें।
गुरु जी, मेरी शिक्षा और स्वास्थ्य वैâसा रहेगा?
– ओम यादव
(जन्म- २ अगस्त २०१५, समय- रात्रि ४.४२ मिनट, स्थान- प्रतापगढ़, उत्तर प्रदेश)
ओम जी, आपका जन्म रविवार के दिन धनिष्ठा नक्षत्र के चतुर्थ चरण में हुआ है। आपकी राशि कुंभ बन रही है। लग्न के आधार पर चंद्रमा आपकी कुंडली में अष्टम भाव पर बैठा है, जिसके चलते आपकी राशि पर शनि की साढ़ेसाती चल रही है। इस कारण आपका स्वास्थ्य थोड़ा ऊपर-नीचे हो सकता है, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है। आपको शनि का उपाय करना चाहिए। अगर आपकी शिक्षा की बात हम करें तो आपकी शिक्षा अच्छी होगी और लग्न में ही नीच राशि का मंगल भी बैठा हुआ है, जिसके चलते आपकी कुंडली मांगलिक भी है। जीवन को विस्तारपूर्वक जानने के लिए आपको संपूर्ण जीवन दर्पण बनवाना चाहिए।
गुरु जी, मैं काफी परेशान हूं। मेरी परेशानी कब तक दूर होगी?
– प्रेमशंकर गुप्ता
(जन्म- २ मार्च १९७३, समय- १२.४५ दिन, स्थान- उत्तर प्रदेश)
प्रेमशंकर जी, आपका जन्म श्रवण नक्षत्र की द्वितीय चरण में हुआ है और आपकी राशि मकर बन रही है। मकर राशि पर शनि की साढेसाती चल रही है। शनि की यह साढ़ेसाती जनवरी २०२५ में समाप्त हो जाएगी। लग्न के आधार पर अगर हम बात करें तो मिथुन लग्न में आपका जन्म हुआ है। आपको शनि की साढ़ेसाती का उपाय करना चाहिए। इसके लिए प्रतिदिन आपको पीपल के पेड़ की परिक्रमा ७ मिनट तक करनी चाहिए और परिक्रमा करते समय ‘ॐ पिप्लाश्रय संस्थिताय नम:’ मंत्र का जाप भी करना चाहिए। इसके साथ ही प्रतिदिन तीन बार हनुमान चालीसा का पाठ करने के साथ ही हनुमान जी के दर्शन करें। यदि आप यह उपाय करेंगे तो आपकी परेशानियां धीरे-धीरे समाप्त होने लगेंगी।
गुरु जी, मेरी परेशानियां कब तक दूर होंगी, कृपया बताएं?
– सचिन मिश्रा
(जन्म- २६ फरवरी १९९२, समय- रात्रि-९.४५ बुधवार, समय- प्रतापगढ़, उत्तर प्रदेश)
सचिन जी, आपका जन्म बुधवार के दिन ज्येष्ठा नक्षत्र के चतुर्थ चरण में हुआ है। आपकी राशि वृश्चिक बन रही है। आपकी राशि पर शनि की ढैया भी प्रारंभ हो गई है। गोचर के आधार पर अगर हम बात करें तो आपकी राशि से चौथे स्थान पर शनि बैठ करके रोग भाव को अपनी पूर्ण दृष्टि से देख रहे हैं और दशम भाव को भी अपनी पूर्ण दृष्टि से देख रहे हैं, इसलिए आप शनि का उपाय करवाएं और प्रतिदिन तीन बार हनुमान चालीसा का पाठ करें। जीवन की अन्य गहराइयों को जानने के लिए संपूर्ण जीवन दर्पण बनवाएं।
ग्रह-नक्षत्रों के आधार पर आपको देंगे सलाह। बताएंगे परेशानियों का हल और आसान उपाय। अपने प्रश्नों का ज्योतिषीय उत्तर जानने के लिए आपका अपना नाम, जन्म तारीख, जन्म समय, जन्म स्थान मोबाइल नं. ९२२२०४१००१ पर एसएमएस करें। उत्तर पढ़ें हर रविवार…!