डाॅ. बालकृष्ण मिश्र
गुरुजी, मैं बहुत परेशान हूं। अभी तक मेरी शादी भी नहीं हुई है और मैं व्यापार करना चाहता हूं। क्या करूं?
– जयराम सिंह
(जन्म- २० दिसंबर १९८३ समय- ८.१५ प्रात: स्थान- प्रतापगढ़, उ.प्र.)
जयराम जी, आपका जन्म मंगलवार के दिन हुआ है और आपकी राशि मिथुन बन रही है। लग्न के आधार पर अगर मैं बात करूं तो धनु लग्न में आपका जन्म हुआ है और धनु लग्न का स्वामी बृहस्पति आपकी कुंडली में बारहवें स्थान पर बैठा है। लग्न भाव का स्वामी यदि १२वें स्थान पर बैठता है तो जीवनसाथी का चयन करने के साथ ही करियर बनाने में भी परेशानी आती है। आपकी कुंडली में शेषनाग नामक कालसर्प योग है। इस कालसर्प योग की पूजा कराएं तो आपको अनुकूल जीवनसंगिनी प्राप्त हो जाएगी और आप किसी व्यापार में भी सफल हो जाएंगे। मैरिज के बाद ही आपका व्यापार भी अच्छा होगा। जीवन की अन्य गहराइयों को जानने के लिए संपूर्ण जीवन दर्पण बनवाएं।
गुरुजी, मेरी आर्थिक स्थिति कब तक सुधर जाएगी?
– दीपक चौरसिया
(जन्म- १५ मई १९६६ समय- २१.२० स्थान- कांदिवली, मुंबई)
दीपक जी, आपका जन्म रविवार के दिन हुआ है। उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र के प्रथम चरण में आपकी राशि मीन बन रही है। आपकी राशि पर शनि की साढ़ेसाती भी प्रारंभ हो चुकी है। आपकी कुंडली में अगर देखें कि आपकी आर्थिक स्थिति कब तक सुधर जाएगी तो शनि आपकी कुंडली में धन भाव का स्वामी है। आपकी राशि से १२वें स्थान पर शनि बैठ करके आपके व्यय को बढ़ाया हुआ है इसलिए शनि की साढ़ेसाती का उपाय आपको करना आवश्यक है। शनि की साढ़ेसाती के लिए १०० ग्राम काला तिल १०० ग्राम काली उड़द, १०० ग्राम बदाम, सौ ग्राम कच्चा कोयला एक नारियल, आधा मीटर काला कपड़ा यह सारी सामग्री अपने सिर से सात बार घुमा करके काले कपड़े में रख लें और किसी बहते पानी में सात शनिवार तक जरूर प्रवाहित करें। जीवन की अन्य गहराइयों को जानने के लिए संपूर्ण जीवन दर्पण बनवाएं।
गुरुजी, क्या मैं राजनीति में सफलता प्राप्त कर सकता हूं? – संजीव वर्मा
(जन्म- १० सितंबर १९७० समय- प्रात: ७.१० बजे स्थान- मुंबई)
संजीव जी, आपका जन्म गुरुवार के दिन हुआ है। मूल नक्षत्र के तृतीय चरण में आपकी राशि धनु बन रही है। आपने राजनीति में सफलता की बात कही है तो कन्या लग्न में आपका जन्म हुआ है और कन्या लग्न का स्वामी आपकी कुंडली में बारहवें भाव में और अष्टम भाव का स्वामी मंगल भी आपकी कुंडली में बारहवें भाव पर बैठ करके छठे भाव को देख रहा है। आप राजनीति करते हो लेकिन सफल नहीं हो पा रहे हो, क्योंकि आपकी कुंडली में शेषनाग नामक काल सर्प योग बना हुआ है। इस कारण आप प्रयास बहुत करते हैं लेकिन आपके सहकर्मी आपके साथ धोखा करते हैं। आपको शेषनाग कालसर्प योग की पूजा करानी चाहिए और राजनीति में सफलता के लिए आपको विशेष उपाय करना चाहिए। अपने जीवन की गहराई को जानने के लिए आपको संपूर्ण जीवन दर्पण बनवाना चाहिए।
गुरुजी, मेरी शादी कब होगी? – विक्रमादित्य शर्मा
(जन्म- २१ जनवरी १९८६ समय- रात्रि ११.५९ स्थान- राजस्थान)
विक्रमादित्य जी, आपका जन्म रोहिणी नक्षत्र के तृतीय चरण में हुआ है। आपकी राशि वृषभ बन रही है और कन्या लग्न में आपका जन्म हुआ है। चंद्रमा ग्रह आपकी कुंडली में उच्च राशि का है। आपकी कुंडली मांगलिक नहीं है, लेकिन द्वितीय भाव पर मंगल ग्रह बैठ करके केतु ग्रह तथा अष्टम भाव पर राहु बैठ करके आपकी कुंडली में कुलिक नामक कालसर्प योग बनाया है। आप कुलिक नामक कालसर्प योग की पूजा कराएं। यदि महादशा के आधार पर हम देखें तो गुरु की महादशा चल रही है। गुरु की महादशा में शुक्र का अंतर चल रहा है। २०२४ तक आपकी शादी हो जाएगी। जीवन की संपूर्ण जानकारी के लिए आपको संपूर्ण जीवन दर्पण भी बनवाना चाहिए।
गुरुजी, मेरी राशि क्या है और समय कैसा चल रहा है, बताएं? – बिमल रॉय
(जन्म ८ सितंबर १९७२ समय- १०.५० स्थान- कोलकाता)
बिमल जी, आपने अपनी राशि के बारे में पूछा है तो आपकी राशि सिंह बन रही है। नाम के आधार पर तो आपकी राशि कुंभ बनेगी, लेकिन जो समय आपने दिया है इसके आधार पर आपकी सिंह राशि बनेगी। सिंह राशि के लोग बड़े पुरुषार्थी और बड़े मेधावी भी होते हैं। तुला लग्न में आपका जन्म हुआ है। तुला लग्न का स्वामी शुक्र आपकी कुंडली में दशम भाव पर बैठा है। आप बहुत पुरुषार्थी और बड़े मेधावी हैं लेकिन आपकी कुंडली में भाग्य ग्रहण दोष बना हुआ है, इस कारण आप अपने परिश्रम का पूरी तरह से लाभ नहीं प्राप्त कर पा रहे हैं। जीवन के संपूर्ण जानकारी प्राप्त करने के लिए आपको संपूर्ण जीवन दर्पण बनवाना चाहिए।
ग्रह-नक्षत्रों के आधार पर आपको देंगे सलाह। बताएंगे परेशानियों का हल और आसान उपाय। अपने प्रश्नों का ज्योतिषीय उत्तर जानने के लिए आपका अपना नाम, जन्म तारीख, जन्म समय, जन्म स्थान मोबाइल नं. ९२२२०४१००१ पर एसएमएस करें। उत्तर पढ़ें हर रविवार…!