अजय भट्टाचार्य। गुजरात विधान सभा चुनाव के मतदान के बाद एग्जिट पोल से लेकर सट्टा बाजार तक भाजपा की ही सरकार बनने की भविष्यवाणी हो चुकी है। सवाल यह खड़ा हो रहा है, जब २०१७ के विधानसभा चुनावों के समय भाजपा ने कई कांग्रेस नेताओं को अपने पाले में लिया, जब उसे २००२ के बाद से सबसे कम ९९ सीटें मिलीं। कांग्रेस के पास नेताओं को निलंबित करने के अलावा कोई चारा नहीं बचा था। ज्वार बदल गया है और अब भाजपा की बारी थी कि उसने अपने १९ नेताओं को बगावत करने या इन चुनावों में पार्टी के उम्मीदवार के खिलाफ लड़ने के लिए निलंबित किया। बनास सहकारी बैंक के निदेशक जिगर देसाई नवीनतम भाजपा नेता हैं, जिन्हें धानेरा से मावजी देसाई का समर्थन करने के लिए निलंबित किया गया है, जो भाजपा द्वारा उन्हें टिकट देने से इनकार करने के बाद निर्दलीय चुनाव लड़े तो क्या इन बागी भाजपाई की कोई औकात नहीं है कि वे चुनाव जीत सकें! कुल २० नेता भाजपा ने निलंबित किए हैं। एग्जिट पोल के नतीजों से गांधीनगर के राजनीतिक पंडित हैरान हैं। वजह यह है कि जब इतनी ही मजबूती थी तो आखिरी दिन तक हजरत ए आला रोड शो क्यों कर रहे थे?
पैसे, गुंडे और बंदूक
रविवार की देर रात जलपाईगुड़ी में एक गाड़ी से ९३ लाख रुपए नकद बरामदगी मामले में बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भाजपा पर निशाना साधा है। उस गाड़ी पर बिहार की नंबर प्लेट थी। ममता के अनुसार केंद्रीय एजेंसियों के सहयोग से यहां रुपए की तस्करी हो रही है। मनी गूंस एंड गंस फॉर बीजेपी। गाड़ी के टायर में रुपए छिपाकर लाए गए थे। ममता का दावा है कि ये रुपए हवाला के हैं और भाजपा के लोगों ने ही मंगाए हैं। वे सबसे अधिक रुपए, गुंडे और बंदूक ला रहे हैं। भाजपा नेताओं से कहना चाहती हूं कि मुझसे लड़ना है तो राजनीतिक तौर पर लड़िए। सत्ता बल से नहीं। एशियाई राजमार्ग (एएच) ४८ पर बिहार के नंबरवाली एक एसवीयू को बिन्नागुरी पुलिस चौकी के अधिकारियों ने रोका था। गाड़ी की तलाशी लेने पर उसमें से ९३.८३ लाख रुपए नकद मिले, जिसे पिछली सीट के नीचे स्टेपनी में छिपाकर रखा गया था। इस सिलसिले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें से चार बिहार के निवासी हैं, जबकि एक पश्चिम बंगाल के उत्तर दिनाजपुर जिले का रहनेवाला है। प्रारंभिक जांच में पता चला कि यह वाहन से नकदी बिहार से असम के गुवाहाटी ले जाई जा रही थी।
छह सीटर जुगाड़ साइकिल
हमारे देश में जुगाड़ की कोई कमी नहीं है। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है, जिसमें एक साइकिल पर एक दो नहीं पूरे आधा दर्जन लोग सवारी कर सकते हैं। इस साइकिल की कीमत दस से बारह हजार रुपए है। इसे बनानेवाले जुगाड़ू वैज्ञानिक ने इसमें बिजली का यंत्र लगाया है, जो एक बार चार्ज करने पर यह १५० किमी तक चल सकता है। इसके साथ ही ये दावा भी किया है कि इस इलेक्ट्रिक साइकिल को सिर्फ १० रुपए में चार्ज किया जा सकता है। सोशल मीडिया पर उद्योगपति आनंद महिंद्रा ने अपने ट्विटर हैंडल से शेयर करते हुए लिखा है, ‘सिर्फ छोटे डिजाइन इनपुट के साथ इस डिवाइस को ग्लोबल एप्लिकेशन मिल सकता है। मैं हमेशा गांव के परिवहन आविष्कारों से प्रभावित रहा हूं, जहां आवश्यकता आविष्कार की जननी है।’
लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं और देश की कई प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं में इनके स्तंभ प्रकाशित होते हैं।