मुख्यपृष्ठस्तंभझांकी : विधायक बागी, वाईएसआरसी जागी!

झांकी : विधायक बागी, वाईएसआरसी जागी!

अजय भट्टाचार्य।  आंध्र प्रदेश में सत्तारूढ़ वाईएसआरसी कांग्रेस नेताओं की एक टीम कृषि मंत्री काकानी गोवर्धन रेड्डी के नेतृत्व में बागी विधायक कोटमरेड्डी श्रीधर रेड्डी के खिलाफ हमलावर है। काकानी ने अनंतपुर में नेल्लोर ग्रामीण के विधायक पर जमकर निशाना साधा और कोटमरेड्डी को कृतघ्न व झूठा बताया। बोले- अगर कोटमरेड्डी जैसे खर-पतवार हटा दिए जाते हैं तो वाईएसआरसी को कुछ भी नुकसान नहीं होगा। दरअसल, कोटमरेड्डी पिछले दिनों पार्टी नेतृत्व पर आरोप लगाते हुए एक ऑडियो जारी किया था, जिससे वाईएसआरसी सकते में है। अब पार्टी ने सीधे कोटमरेड्डी को निशाने पर ले लिया है और इस बगावत के लिए तेलगू देसम पार्टी को जिम्मेदार ठहराया है। चर्चा है कि कोटमरेड्डी तेदेपा में जा सकते हैं। इसलिए तेदेपा का भविष्य में सबसे बुरा अंजाम होने की भविष्यवाणी के साथ वाईएसआरसी ने कहा है कि जब कोटमरेड्डी उस पार्टी में शामिल होंगे तो अगले विधान सभा चुनावों में नेल्लोर में उनकी हार निश्चित है। पार्टी कोटमरेड्डी के पास फोन टैपिंग का सबूत के दावे पर चुनौती दे रही है कि वे अदालत क्यों नहीं जा रहे हैं या केंद्र से जांच के लिए आग्रह नहीं कर रहे हैं। वैसे एक खबर यह भी है कि पार्टी के मुखिया और सूबे के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी पर सीधे हमला कर कोटमरेड्डी ने एक साथ कई निशाने साधे हैं। इस बीच कई मंत्रियों और पार्टी नेताओं ने कोटमरेड्डी द्वारा पार्टी नेतृत्व के खिलाफ लगाए गए आरोपों में गलती पाई और कहा कि यह विश्वासघात के अलावा कुछ नहीं है। उन्होंने कहा कि क्योंकि वह पाने में असफल रहे, जिसकी उन्होंने आकांक्षा की थी। कोटामरेड्डी ने इसके लिए अलग-अलग बहाने खोजते हुए पार्टी छोड़ दी थी।

लाभार्थियों पर नजर
गुजरात और उत्तर प्रदेश की तरह लाभार्थियों को भाजपा के मतदाताओं में बदलने की रणनीति पर कर्नाटक विधान सभा चुनाव में उतरने की तैयारी हो रही है। बड़े पैमाने पर एलईडी स्क्रीन वाली वैन प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र में जाएगी, जो राज्य और केंद्र के कल्याणकारी उपायों के बारे में लोगों को सूचित करेगी। इसलिए पार्टी के नेता सभी निर्वाचन क्षेत्रों में लाभार्थियों की बैठकें कर रहे हैं और ७० प्रतिशत से ८० प्रतिशत लोग सरकारी कार्यक्रमों से लाभान्वित हुए हैं। खबर है कि प्रधानसेवक नरेंद्र मोदी इस महीने दो या तीन बार कर्नाटक की यात्रा कर सकते हैं। गृहमंत्री अमित शाह और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित विभिन्न केंद्रीय मंत्री पार्टी के कार्यक्रमों में भाग लेंगे तथा राज्य और केंद्रीय कार्यक्रमों के लाभार्थियों से बातचीत करेंगे। कर्नाटक में चुनाव पूर्व सर्वेक्षण रिपोर्ट से उत्साहित भाजपा एक ठोस बहुमत के साथ सत्ता में वापसी की उम्मीद कर रही है। बीते सप्ताहांत कोर कमेटी नेताओं ने पार्टी महासचिव सीटी रवि से मुलाकात की और उन्हें इस बात से अवगत कराया। वैसे यह भी सच है कि दो बार सत्ता में आई (२००८ और २०१८) भाजपा के पास सरकार बनाने के लिए संख्या नहीं थी। २००८ में उसे ११० सीटें मिली थीं और २०१८ में उसे १०४ सीटें मिली थीं। इसके अलावा, भाजपा नेताओं की चार टीमें कल्याण कर्नाटक, कित्तूर कर्नाटक और पुराने मैसूर पर ध्यान केंद्रित करते हुए राज्य भर में यात्रा करेंगी। युवा मोर्चा, महिला मोर्चा और अन्य मोर्चा सभी २२४ विधानसभा क्षेत्रों में बैठकें करेंगे।

दो नौकरशाहों की घर वापसी
गुजरात के मुख्य सचिव पंकज कुमार का कार्यकाल जैसे-जैसे पूरा होने वाला है, नई पोस्टिंग को लेकर सत्ता के गलियारों में सुगबुगाहट शुरू हो गई है। कहा जा रहा है कि दो या तीन नौकरशाह जो इस समय दिल्ली में हैं, राज्य में लौट सकते हैं। के श्रीनिवासन और एस अपर्णा के होम वैâडर में लौटने की संभावना है। राज्य की नौकरशाही में वरिष्ठ स्तर पर एक खालीपन है और पता चला है कि सरकार ने केंद्र से कुछ अधिकारियों को वापस भेजने को कहा है। डीजीपी आशीष भाटिया छह महीने के विस्तार के बाद एक महीने से भी कम समय में सेवानिवृत्त होने वाले हैं। उन्हें दोबारा विस्तार मिलने की संभावना कम है मगर रिटायरमेंट के बाद उन्हें कोई टास्क मिलने की संभावना बनी हुई है। वर्तमान में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर १९८८ बैच के गुजरात वैâडर के आईपीएस अधिकारी को शीर्ष पुलिस की नौकरी मिल सकती है। अमदाबाद सीपी संजय श्रीवास्तव भी तीन महीने में सेवानिवृत्त होने वाले हैं। शीर्ष पद की दौड़ में शामिल एक और आईपीएस अधिकारी को अमदाबाद का पुलिस आयुक्त बनाया जा सकता है।

लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं और देश की कई प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं में इनके स्तंभ प्रकाशित होते हैं।

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