अजय भट्टाचार्य
इंडोनेशिया के पास एक ऐसा द्वीप है, जहां खूब बड़े-बड़े केले उगाए जाते हैं। जब आईआरएएस अधिकारी ने इस जानकारी के साथ एक वीडियो ट्विटर पर पोस्ट किया तो वह वायरल हो गया। वायरल क्लिप में एक युवक इस विशालकाय केले को खाकर दिखा रहा है। इस केले को जब वह नापता है तो वह उसकी हथेली से लेकर कोहनी तक पहुंच जाता है। यह वीडियो ट्विटर यूजर अनंत रूपनगुडी ने २२ मार्च को पोस्ट किया और बताया, इंडोनेशिया के पास पापुआ न्यू गिनी आइसलैंड में सबसे बड़े साइज के केले उगाए जाते हैं। इनके वृक्ष नारियल के पेड़ जितने ऊंचे होते हैं और फल भी बहुत बड़े होते हैं। हर एक केले का वजन लगभग ३ किलोग्राम तक होता है। वीडियो में ऑस्ट्रेलिया के पापुआ न्यू गिनी द्वीप के कुछ क्लिप दिखाए जाते हैं, जहां पर इन केले के पौधों को बड़ा किया जाता है और उसमें केले लगते हैं, जिनकी लंबाई एक हाथ के बराबर होती है। गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड ने केले के पौधे की सबसे बड़ी प्रजाति के रूप में न्यू पापुआ गिनी के इन पौधों के नाम को दर्ज किया है। बताया जाता है कि इस पौधे पर लगनेवाले केले का वजन लगभग तीन किलो होता है, जो एक नवजात शिशु के बराबर होता है। इस फल को पकने में ५ साल लगते हैं इसलिए इसका ज्यादा व्यापार नहीं किया जाता है। इस पौधे का तना १५ मीटर ऊंचा होता है और पत्तियां भी जमीन से २० मीटर ऊंची होती हैं।
राजस्थान में ब्राह्मण कार्ड
लोकसभा और विधानसभा चुनावों के मद्देनजर भाजपा ने राजस्थान में ब्राह्मण कार्ड को आगे बढ़ाते हुए सी.पी. जोशी को राजस्थान का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया है। सी.पी. जोशी राजस्थान में भाजपा का ब्राह्मण चेहरा हैं। वह चित्तौड़गढ़ से सांसद हैं। इससे पहले सतीश पुनिया जाट चेहरा थे। जोशी को गैर-विवादास्पद चेहरा माना जाता है। विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक समीकरणों को संतुलित करने के इरादे से इनकी नियुक्ति की गई है। राजस्थान की दो प्रमुख जातियां राजपूत और जाट अक्सर राजनीतिक विस्तार के अलग-अलग छोर पर रहती हैं। ब्राह्मण चेहरे की घोषणा करके बीच का रास्ता निकालने का प्रयास भाजपा ने किया है। राजस्थान में अधिकांश मुख्यमंत्री ब्राह्मण समुदाय से रहे हैं। राज्य के पहले चार मुख्यमंत्रियों में से तीन ब्राह्मण थे, जिनमें पहले मुख्यमंत्री, हीरालाल शास्त्री १९४९ में, इसके तीसरे जय नारायण व्यास और चौथे टीकाराम पालीवाल शामिल थे। एकमात्र अपवाद दूसरे मुख्यमंत्री सी.एस. वेंकटचारी थे, जिन्होंने जनवरी १९५१ से लगभग चार महीने तक पद संभाला था। अंतिम ब्राह्मण मुख्यमंत्री हरिदेव जोशी थे, जो तीन बार इस पद पर रहे, अंतिम बार मार्च १९९० में उनका कार्यकाल समाप्त हुआ। इसके साथ ही सम्राट चौधरी को बिहार का प्रदेश अध्यक्ष बनाकर भी भाजपा ने कई समीकरण साधे हैं। भाजपा ने पहले सम्राट चौधरी को बिहार विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष बनाया और अब प्रदेश अध्यक्ष की भी जिम्मेदारी सौंप दी है। सम्राट चौधरी कुशवाहा समाज से आते हैं। नीतिश कुमार के मुख्य वोट बैंक लव-कुश की काट में सम्राट चौधरी को भाजपा वरीयता दे रही है। सम्राट चौधरी शकुनी चौधरी के पुत्र हैं। शकुनी चौधरी समता पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक हैं। मनमोहन सामल को ओडिशा का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है।
डॉन और व्यापारी
गुजरात विधानसभा में पहली बार आए भाजपा विधायक अपनी बारी को लेकर अपेक्षित रूप से उत्साहित हैं और उन्हें बोलने का मौका देने के लिए अध्यक्ष को धन्यवाद देना उनकी आदत बन गई है। बोलते समय कई लड़खड़ाते हैं, लेकिन कुछ आत्मविश्वास से बोलते हैं। दरियापुर से अमदावादी विधायक कौशिक जैन जब सदन में बोले तो काफी वाक्पटु थे। अंडरवर्ल्ड डॉन लतीफ के किले के नाम से बदनाम दरियापुर इलाका हमेशा से ही गलत वजहों से सुर्खियों में रहा है। लेकिन जैन यह दिखाना चाहते थे कि उनके इलाके में सब ठीक है। इसलिए उन्होंने गरजते हुए कहा कि कांग्रेस के शासन में ही ‘लतीफ’ पैदा हुए और राज किया, लेकिन भाजपा वह पार्टी है, जिसने देश को बड़े उद्योगपति दिए हैं। यह उस पार्टी का इतिहास है, जिसने देश के विकास में मदद की है। जैन का भाषण सुनकर भाजपा विधायकों में गजब का सन्नाटा पसर गया, जबकि कांग्रेस के सभी सदस्य मुस्कुरा रहे थे। शायद इसकी वजह देश को हिला रहे अडानी के मुद्दे से बीजेपी शर्मिंदा थी।
लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं और देश की कई प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं में इनके स्तंभ प्रकाशित होते हैं।