अजय भट्टाचार्य
दिवंगत आईएएस अधिकारी गुरु प्रसाद महापात्र द्वारा लिखी गई एक किताब ‘गुरुमंत्र’ का गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने लोकार्पण किया था। उपस्थित लोगों ने याद किया कि वैâसे वह आम आदमी के अफसर थे और जब नागरिकों की मदद करने की बात आई तो उन्होंने अपनी जान की परवाह नहीं की। १९९६ के सूरत बाढ़ के दौरान, उन्होंने बचाव कार्यों का निरीक्षण किया। वह आईएएस पंकज जोशी और एस.आर. राव के साथ एक बचाव नौका में सवार थे, जब यह पलट गई। सभी घबरा गए लेकिन वह गुरु थे, जिन्होंने मोर्चा संभाला और वे सभी को सुरक्षित वापस आने में सफल रहे। दुख की बात है कि अस्पताल में भर्ती नहीं होने के कारण महापात्र की कोविड से मौत हो गई। जब अस्पताल में बिस्तर कम थे तो उन्होंने ‘बिस्तर की जरूरत वाले किसी और की मदद’ करने के लिए ऐसा किया। वे कहते हैं कि अच्छा हमेशा जल्दी जाता है। उसी किताब के विमोचन के मौके पर पूर्व मुख्य सचिव सुधीर मांकड़ ने कहा कि वह साथी नौकरशाहों की लिखी किताबें नहीं पढ़ते हैं क्योंकि उन्हें कामकाज के बारे में पता होता है और उन्हें क्या कहना होता है। लेकिन यह विशेष है और मैं इसे पढ़ूंगा। अंत में मुख्यमंत्री की बारी आई जो और भी स्पष्टवादी निकले। बोले, मैं किताबें नहीं पढ़ता लेकिन मैं वादा करता हूं कि मैं इस किताब को अंत तक पढ़ूंगा। यह सुनते ही दर्शकों की हंसी छूट गई।
लोगों का राज्यपाल
ये तो एकदम नई है। सब जानते हैं राज्यपाल वैâसे नियुक्त किए जाते हैं। भले उनके नियुक्तिपत्र पर राष्ट्रपति की मुहर लगती हो मगर बिना दिल्लीशाही की रजामंदी के राष्ट्रपति भी दस्तखत नहीं करते। अब बंगाल के राज्यपाल डॉ. सी.वी. आनंद बोस का कहना है कि लोगों ने मुझे राज्यपाल बनाया है, इसलिए मुझे लोगों के साथ रहना है। मुझे लोगों के साथ रहने में खुशी होती है। मैं उनमें से एक हूं। दरअसल, हनुमान जयंती के दिन बंगाल में रामनवमी कांड की पुनरावृत्ति न हो, यह देखने राज्यपाल कोलकाता की सड़कों पर थे। लेकटाउन स्थित बाल हनुमान मंदिर में दर्शन और पूजा-अर्चना के बाद वे इकबालपुर और पोस्ता इलाके में गए। पिछले साल अक्टूबर में सांप्रदायिक संघर्षों की पीड़ा झेलनेवाले इकबालपुर में बोस बोले, लोग सहयोग कर रहे हैं। मुझे लगता है कि आज बहुत खुशी का दिन होगा। बंगाल समाज में शांति और सद्भाव की प्रवृत्ति स्थापित करेगा। बोस पोस्ता में हनुमान मंदिर चार चौक भी गए और वहां के पुजारी एवं भक्तों से बात की। फिर पोस्ता में सड़क किनारे एक दुकान पर रुके और सत्तू का शरबत पीया। भाजपा के लोग उन्हें सिर्फ भाजपा का राज्यपाल देखना चाहते हैं इसलिए सुवेंदु अधिकारी जब-तब राज्यपाल को पटरी पर आने की बात कहते रहते हैं।
रिवॉल्वर रानी
उत्तर प्रदेश की हाथरस पुलिस इस रिवॉल्वर रानी को ढूंढ रही है। सामान्यत: शादी में वर पक्ष या वधु पक्ष के लोग खुशी के अतिरेक में फायरिंग करते हैं, जो कभी-कभी जानलेवा भी सिद्ध हुई है। बहरहाल, यहां मामला उल्टा है। बीते शुक्रवार को हाथरस जंक्शन क्षेत्र के गांव सलेमपुर में एक गेस्ट हाउस में शादी समारोह था। इसी दौरान इस दुल्हन ने वहां हर्ष फायरिंग की। दुल्हन हाथरस जंक्शन क्षेत्र की बताई जा रही है और जो युवक इसे रिवॉल्वर दे रहा है, वह भी हाथरस जंक्शन क्षेत्र के एक गांव का बताया जा रहा है। फोटो में साइड में खड़े एक युवक ने इस दुल्हन को यह रिवॉल्वर पकड़ाई। उसके बाद दुल्हन ने हवा में चार फायर किए। फायर करने के बाद दुल्हन ने यह रिवॉल्वर स्टेज पर खड़े युवक को दे दी। पिस्टल धारी दुल्हन द्वारा हर्ष फायरिंग करते हुए वायरल वीडियो में सहमे हुए दूल्हे को भी देखा जा सकता है।
लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं और देश की कई प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं में इनके स्तंभ प्रकाशित होते हैं।