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धर्मांतरण के बाद जिहाद का जुर्म! …पांच हिंदुओं को बनाया मुसलमान

• फिर कराने लगे हिंदू लड़कियों का लव जिहाद
सामना संवाददाता / भोपाल
मध्य प्रदेश एटीएस की गिरफ्त में आए कट्टरपंथी इस्लामिक संगठन हिज्ब-उत-तहरीर के संगठन से पूछताछ में बड़ा खुलासा हुआ है। मालूम हुआ कि पकड़े गए आरोपियों में से तीन लड़के पहले हिंदू धर्म में थे लेकिन बाद में उन्होंने मुस्लिम धर्म अपना लिया। यही नहीं, उन्होंने अन्य हिंदू युवतियों को भी इस्लाम धर्म धारण करवा दिया और उनसे शादी कर ली। जांच में यह भी सामने आया है कि पकड़े गए आरोपियों में से एक भोपाल में कोचिंग चलता था, जहां लोगों को ब्रेनवॉश किया जाता था।
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में धर्म परिवर्तन के मामले ने सभी को चौंका दिया है। भोपाल के करीब बैरसिया के रहनेवाले सौरभ राजवैद्य धर्म परिवर्तन के बाद मोहम्मद सलीम बन गए। उसके पिता का आरोप है कि डॉक्टर कमाल के संपर्क में आकर उसने इस्लाम कबूल किया है। मध्य प्रदेश एटीएस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। परिवार का कहना है कि जाकिर नाईक की तकरीरें सुनकर बेटा कट्टर बन रहा था। वह कट्टरपंथी साहित्य पढ़ता है। २०१० में वो सीरिया जाना चाहता था। २०१४ में जब पिता और बेटे का टकराव होने लगा तब पिता ने बेटे और बहू को घर से निकाल दिया।
सौरभ के पिता ने बताया कि २०१०-११ में जाकिर नाईक का एक खास आदमी भोपाल आया था। शहर में उसका स्वागत किया गया। दोनों पति-पत्नी को कुछ पढ़वाया गया और जश्न मनाया गया। कहा गया कि अब आप मुसलमान हो गए हैं। सौरभ के पिता ने बताया कि हमारे बेटे और बहू का छिंदवाड़ा के डॉक्टर कलाम ने धर्मांतरण किया। वो घर भी आता था। सौरभ ने भी फार्मा किया हुआ था। उसने धीरे-धीरे सौरभ को सलीम बना दिया। इसके साथ ही उसने कई और लोगों का भी धर्म परिवर्तन करवाया।
परिवार वालों ने कहा कि हमारे घर में कई बार विवाद हुआ। सौरभ घर में भगवान की मूर्तियां और फोटो हटा देता था। इसे लेकर हमारा कई बार विवाद हुआ।
पहली बार बहू ने बुर्का पहना
सौरभ के पिता ने बताया की २०१४ में मैं कार से उतर गया और कहा कि अब तुम जाओ क्योंकि उनकी बहू सुरभि ने पहली बार बुर्का पहना था। मैंने कहा कि ये सब नहीं चलेगा। अब तुम इस घर से चले जाओ। सौरभ घर का इकलौता लड़का था। सौरभ की ४ बहनें हैं। वो घर में सबसे छोटा है। सौरभ के जन्म के समय बहुत परेशानी हुई थी। मगर २०१४ के बाद से उसने रक्षाबंधन का त्योहार मनाना छोड़ दिया था।
आरोपियों की पहचान हैदराबाद निवासी मोहम्मद सलीम, अब्दुर रहमान, मोहम्मद अब्बास अली, शेख जुनैद और मोहम्मद हमीद के रूप में हुई है। तेलंगाना पुलिस ने मध्य प्रदेश पुलिस से मिले इनपुट के आधार पर उन्हें ९ मई को गिरफ्तार किया था। बाद में इन आरोपियों को भोपाल लाकर गुरुवार को न्यायालय में पेश किया गया। सूत्रों के मुताबिक आरोपियों में से ५ को हिंदू से मुसलमान बनाया गया था, जिसमें मोहम्मद सलीम (पहले सौरभ राज वैद्य), अब्दुर रहमान (पहले देवी नारायण पांडा) और मोहम्मद अब्बास अली (पहले बेनू कुमार) शामिल थे।

 

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