धीरेंद्र उपाध्याय / मुंबई
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर ‘भारत जोड़ो’ अभियान के माध्यम से महाविकास आघाड़ी को साथ देने का पैâसला किया गया है। इसके साथ ही भारत जोड़ो अभियान ने मविआ के उम्मीदवारों के लिए निर्वाचन क्षेत्रों की वैचारिक सहमति की जिम्मेदारी उठाई है। सूत्रों के मुताबिक, राज्य के सभी २८८, जबकि विदर्भ में ४५ निर्वाचन क्षेत्रों में भारत जोड़ो अभियान महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। दूसरी तरफ जनता का भी विश्वास महायुति पर नहीं रहा है। ऐसी स्थिति में संभावना है कि विधानसभा चुनाव में महायुति का विकेट गिरना लगभग तय माना जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि लोकसभा चुनाव के दौरान भारत जोड़ो अभियान ने देश स्तर पर ‘इंडिया’ गठबंधन के लिए काम किया था। इसके तहत करीब ७८ लोकसभा क्षेत्रों में कांग्रेस और अन्य सहयोगी दलों की जीत में पर्दे के पीछे से भारत जोड़ो अभियान ने अहम भूमिका निभाई थी। लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र में भाजपा और महायुति की हार से उत्साहित भारत जोड़ो अभियान में शामिल दलों ने अब विधानसभा चुनाव में भी सक्रिय भूमिका निभाने का पैâसला किया है। अभियान में मविआ के कार्यकर्ता कंधे से कंधा मिलाकर काम करेंगे। सूत्रों के मुताबिक, इसके लिए विधानसभा क्षेत्र में विशेष समन्वय समिति का गठन किया जाएगा।
कार्यकर्ताओं को खास प्रशिक्षण
इतना ही नहीं जिन विधानसभा क्षेत्रों में महाविकास आघाड़ी के पास कार्यकर्ताओं की फौज नहीं है और संगठन मजबूत नहीं है, वहां भारत जोड़ो अभियान विशेषज्ञ महाविकास आघाड़ी के कार्यकर्ताओं को विशेष प्रशिक्षण भी देंगे। इस प्रशिक्षण में किस निर्वाचन क्षेत्र में कौन से मुद्दे प्रभावी हो सकते हैं, उस निर्वाचन क्षेत्र में भाजपा के अभियान की वैâसे हवा निकाली जाए, प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवार के खिलाफ क्या आरोप लगाए जाएं, महाविकास आघाड़ी में पार्टियां कहां कमजोर हैं, किन सामाजिक तत्वों-जाति समूहों की जरूरत है, इस पर काम करने के लिए प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
कई सामाजिक संगठन भी मविआ के साथ करेंगे काम
मालूम हो कि भारत जोड़ो अभियान कुछ निर्वाचन क्षेत्रों में उम्मीदवार चयन के लिए महाविकास आघाड़ी के नेताओं को विशेष सलाह देगा। इसलिए महाविकास आघाड़ी सिर्फ अपने कार्यकर्ताओं और संगठन के दम पर विधानसभा चुनाव का सामना नहीं करेगी। भारत जोड़ो अभियान के माध्यम से कई सामाजिक संगठन मविआ के साथ सक्रिय रूप से काम करेंगे।