ओलिंपिक खेलों की जब से शुरुआत हुई है तभी से भारतीय प्रतियोगिताओं को लेकर नए-नए किस्से सुनने को मिल रहे हैं। भारतीय दल अच्छे-बुरे दोनों को लेकर खूब सुर्खियां भी बटोर रहे हैं। कहीं उनका खाना चर्चा का विषय बना हुआ है तो कभी उन्हें ठिकाने को लेकर कहा जा रहा है कि उन्हें असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है। एक भारतीय निशानेबाज ने कहा, `शूटिंग रेंज खूबसूरत है। लेकिन मैं मुख्य खेल गांव से दूर रहकर थोड़ा परेशान हूं।’ उन्होंने कहा, `यहां रहने की व्यवस्था ऐसी नहीं है जैसी मैंने सोची थी। लेकिन मैं प्रतियोगिता और जीतने के लिए यहां हूं।’ इन सभी चर्चाओं की बीच अब पेरिस ओलिंपिक्स २०२४ की ओपनिंग सेरेमनी के लिए भारतीय दल की ड्रेस की सोशल मीडिया पर काफी आलोचना हो रही है। उनकी ड्रेस देखकर बैडमिंटन खिलाड़ी ज्वाला गुट्टा का गुस्सा फूट पड़ा है। ज्वाला ने एक्स पर लिखा, `इस बार ओलिंपिक में भाग लेनेवाले भारतीय दल के लिए जो वस्त्र बनाए गए थे, उससे मुझे भारी निराशा हुई है।’ उन्होंने कहा, `सबसे पहले, सभी लड़कियों को साड़ी पहनना नहीं आता…डिजाइनर ने इस सामान्य ज्ञान का उपयोग क्यों नहीं किया और प्री-ड्रेप्ड साड़ी (जो वर्तमान चलन में है) क्यों नहीं बनाई। लड़कियां असहज लग रही थीं, ब्लाउज खराब फिटिंग का था। ज्वाला ने कहा, `और दूसरा रंग और प्रिंट सुंदर भारतीय के बिल्कुल विपरीत था। डिजाइनर के पास कढ़ाई या हाथ से पेंट के माध्यम से हमारी संस्कृति की कला को प्रदर्शित करने का अवसर था। यह पूर्णतया औसत दर्जे का काम था और जर्जर लग रहा था। बता दें कि इन ड्रेसों को पैâशन डिजाइनर तरुण तहिलियानी ने डिजाइन किया था।