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कल्याण, उल्हासनगर, अंबरनाथ झोपड़पट्टियां बना अवैध बांग्लादेशियों का बसेरा!

-कोलसेवाड़ी में अवैध रूप से
रह रहे दो बांग्लादेशी गिरफ्तार
-गहन जांच की मांग

सामना संवाददाता / कल्याण
कल्याण, उल्हासनगर, अंबरनाथ सहित आसपास के क्षेत्रों की झोपड़पट्टियों में अवैध रुप से बांग्लादेशी मुसलमान रह रहे है। इसमें से कई ऐसे बांग्लदेशी मुसलमान हैं, जो हिंदू नाम से भी रहते है, तो कई बांग्लादेशियों को स्थानीय मुसलमान अपना रिश्तेदार बताकर रखते हैं। कल्याण की कोलसेवाड़ी पुलिस ने विट्ठलवाड़ी की पुरानी सोनिया कॉलोनी में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी दंपति को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज दिया है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान अंजुरा हसन (३७) और कमल हसन (४४) के रूप में हुई है। पुलिस के अनुसार, यह दंपति पिछले सात से आठ सालों से भारत में अवैध रूप से रह रहा था और रिक्शा चलाने व घरों में काम करके जीवन यापन कर रहा था।
कोलसेवाड़ी पुलिस स्टेशन के क्राइम पीआई गणेश न्याहडे ने बताया कि आरोपियों के बच्चे फिलहाल बांग्लादेश में हैं और वे यहां आने की योजना में नहीं थे। शुरुआती जांच में यह सामने आया है कि दोनों ने अवैध तरीकों से सीमा पार कर भारत में प्रवेश किया था।
स्थानीय नागरिकों ने इस कार्रवाई का स्वागत करते हुए पुलिस से गहन जांच की मांग की है। उनका कहना है कि यदि कोलसेवाड़ी पुलिस गहराई से जांच करे तो इलाके में और भी अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिक पकड़े जा सकते हैं। नागरिकों का मानना है कि विठ्ठलवाड़ी, कोलसेवाड़ी, चेतना स्कूल समेत आसपास के क्षेत्रों में कई संदिग्ध प्रवासी रह रहे हैं जो सुरक्षा के लिए बड़ी चुनौती साबित हो सकते हैं।
पुलिस प्रशासन ने कहा है कि ऐसे मामलों में कड़ी निगरानी रखी जा रही है और अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। पुलिस अब यह जांच कर रही है कि इन प्रवासियों को यहां कौन लाया और उनके रहने की व्यवस्था किसने की। स्थानीय लोगों ने पुलिस से आग्रह किया है कि वे क्षेत्र में व्यापक अभियान चलाकर ऐसे अवैध बांग्लादेशियों की पहचान करें और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करें। वहीं पुलिस ने नागरिकों से भी अपील की है कि यदि उन्हें किसी संदिग्ध व्यक्ति की जानकारी मिले तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।

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