– दिल्ली में देर रात हुई बैठक में लिया निर्णय
– हुड्डा के ब्रह्मास्त्र ने कु. शैलजा को किया क्लीन बोल्ड
रमेश ठाकुर/ नई दिल्ली
सांसद कुमारी शैलजा की हरियाणा का मुख्यमंत्री बनने की ख्वाहिश और विधानसभा चुनाव लड़ने के फैसले को उस वक्त तगड़ा झटका लगा है, जब दिल्ली में देर शाम हरियाणा चुनाव को लेकर हुई कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व की बैठक में निर्णय हुआ कि किसी भी मौजूदा सांसद को विधानसभा चुनाव लड़ने की अनुमति नहीं दी जाएगी। शैलजा की तरह रणदीप सिंह सुरजेवाला भी खुद को सीएम पद की रेस रख रहे थे। दोनों को बड़ा धक्का लगा। शैलजा ने जबसे विधानसभा चुनाव लड़ने की बात सार्वजनिक तौर पर कही, तभी से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की टीम उन्हें रेस से बाहर करने की जुगत में लग गई। हुड्डा सियासत के पुराने चावल हैं, उन्होंने ऐसा ब्रह्मास्त्र चला जिससे न सिर्फ शैलजा बल्कि रणदीप सुरजेवाला भी क्लीनबोल्ड हो गए। प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया ने साफ कर दिया है कि किसी सिटिंग सांसद को विधानसभा चुनाव का टिकट नहीं दिया जाएगा। उनको प्रचार पर फोकस करना होगा।
सूत्रों से जानकारी मिल रही है कि कांग्रेस हाईकमान के इस फैसले से शैलजा पार्टी से बगावत भी कर सकती हैं। दरअसल,शैलजा प्रदेश का बड़ा दलित चेहरा हैं। महिला होने के नाते कई सियासी समीकरणों के लिहाज से वह मुख्यमंत्री पद के लिए फिट भी बैठ रही थीं। प्रदेश का महिला विंग और जनता भी चाहती है कि किसी महिला को प्रदेश की बागडोर सौंपी जाए, जिसमें कुमारी शैलजा पर सभी सहमत हैं।