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कुणाल कामरा ने कहीं भी एकनाथ शिंदे का नाम नहीं लिया…आदित्य ठाकरे का सीधा जवाब…मुख्यमंत्री फडणवीस को भी दिया करारा जवाब

राजन पारकर / विधान भवन

स्टैंडअप कॉमेडियन कुणाल कामरा ने बिना नाम लिए उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर तीखा कटाक्ष किया है। एक हिंदी गाने का पैरोडी बनाते हुए उन्होंने गद्दार और दाढ़ीवाला जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया, जिससे शिंदे गुट के लोग भड़क उठे। इस गाने की वजह से मुंबई के उस स्टूडियो में तोड़-फोड़ की गई, जहां कुणाल कामरा ने यह वीडियो शूट किया था।
अब यह वीडियो पूरे राज्य में चर्चा का विषय बना हुआ है और इसकी गूंज विधानसभा में भी सुनाई दी। सत्ता पक्ष की ओर से कुणाल कामरा पर कार्रवाई की मांग की जा रही है, जबकि विपक्ष उसके समर्थन में खड़ा होकर तोड़-फोड़ करने वालों पर कार्रवाई की मांग कर रहा है।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कुणाल कामरा का बयान गलत है और उन्हें इसके लिए माफी मांगनी चाहिए। इस पर शिवसेना (उद्धव बालासाहेब) नेता व युवासेनाप्रमुख आदित्य ठाकरे ने पलटवार किया और कहा कि कुणाल कामरा के वीडियो में कहीं भी एकनाथ शिंदे का नाम नहीं लिया गया।
“अगर मिर्ची लगी है, तो नाम उन्होंने खुद ही रख लिया क्या?”
आदित्य ठाकरे ने कहा, “मैंने पूरा वीडियो देखा है, उसमें कहीं भी एकनाथ शिंदे का नाम नहीं लिया गया, लेकिन अगर उनके समर्थकों को यह लग रहा है कि ‘गद्दार’ शब्द उन्हीं के नेता के लिए कहा गया है, तो इसका मतलब यह है कि उन्होंने खुद ही यह नाम स्वीकार कर लिया?” उन्होंने आगे कहा, “मैंने उनके सांसदों की भी प्रतिक्रिया सुनी। वे खुद अपने नेता को ‘सांप’ कहते हैं। क्या यह सही है? जब बिना नाम लिए ही किसी को मिर्ची लग रही है, तो इसका मतलब यह है कि उन्हें खुद एहसास हो गया कि ‘गद्दार’ शब्द उन्हीं के लिए है।”
“कुणाल कामरा किससे माफी मांगे? गद्दारों से?”
आदित्य ठाकरे ने मुख्यमंत्री फडणवीस के बयान पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, “अगर फडणवीस कह रहे हैं कि कुणाल कामरा को माफी मांगनी चाहिए, तो सवाल यह उठता है कि वह माफी मांगे किससे? गद्दारों से? क्योंकि वीडियो में सिर्फ ‘गद्दार’ शब्द इस्तेमाल किया गया है, किसी का नाम नहीं लिया गया।”
“बीजेपी को रंगों का खेल बंद करना चाहिए”
कुणाल कामरा ने हाल ही में संविधान की एक लाल रंग की प्रति के साथ फोटो शेयर किया था। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए आदित्य ठाकरे ने कहा, “संविधान का रंग लाल हो या किसी और रंग का, बीजेपी को यह रंगों का खेल बंद करना चाहिए।” उन्होंने आगे कहा, “मुंबई में सड़क कंक्रीट घोटाले की जांच होनी चाहिए। इस मामले की इओडब्ल्यू से निष्पक्ष जांच कराई जानी चाहिए।”

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