-चुनाव के दिन हड़ताल करने की दी चेतावनी
सामना संवाददाता / मुंबई
घाती सरकार की योजना ‘मुख्यमंत्री लाडली बहन योजना’ बैंक कर्मियों के लिए जी का जंजाल बन गई है। जब से यह योजना शुरू की गई है तभी से ही बैंक कर्मचारियों की परेशानी बढ़ गई है। उनका कहना है कि योजना के लालच में न केवल बैंक में भीड़ बढ़ रही है, बल्कि लोगों को इतनी जल्दबाजी होती है कि वे कोई बात सुननें को तैयार नहीं होते हैं। यही नहीं बैंक कर्मियों का यह भी कहना है कि लोग झगड़े पर भी उतारू हो जाते हैं। यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस (यूएफबीयू) ने हैरान कर देने वाला दावा किया है कि कर्मचारियों की पिटाई की अब तक कम से कम १२ घटनाएं हो चुकी हैं। एक तो वर्क लोड, ऊपर से ग्राहकों के साथ रोज की नोक-झोंक, इसे देखते हुए अब सेंट्रल एसोसिएशन ऑफ बैंक एम्प्लॉइज ने आंदोलन का हथियार उठाया है। ‘यूएफबीयू’ के संयोजक देवीदास तुलजापुरकर ने कहा कि १५ नवंबर को सभी प्रमुख शहरों में विरोध प्रदर्शन और १६ नवंबर को हड़ताल किया जाएगा।
बता दें कि ‘लाडली बहन’ योजना की मासिक राशि खातों में जमा होने के बाद, एसएमएस, एटीएम कार्ड सेवा शुल्क सहित अन्य सेवाओं के लिए पैसे काटे जा रहे हैं। इसके चलते खाताधारकों और बैंक कर्मचारियों के बीच विवाद उत्पन्न हो रहे हैं। संगठन का कहना है कि सरकार की ओर से योजना और संचार की कमी है। बैंक कर्मियों में डर का माहौल है। उनका आरोप है कि स्थानीय नेता भी गाली-गलौज, मारपीट और धमकी दे रहे हैं। तुलजापुर ने कहा कि इस संबंध में १२ अपराध दर्ज किए गए हैं, लेकिन साधारण धाराओं के कारण आरोपियों को जमानत मिल रही है।