उमेश गुप्ता / वाराणसी
काशी विश्वनाथ धाम में सावन के तीसरे सोमवार पर भी भक्तों का रेला उमड़ पड़ा। श्रद्धालु रात से ही कतार में लगकर बाबा का दर्शन करते रहे।
मंगला आरती के बाद काशीपुराधिपति बाबा विश्वनाथ के दरबार का पट खुला तो श्रद्धालुओं की खुशी देखते ही बन रही थी। विश्वनाथ धाम हर-हर महादेव के उद्घोष से गूंजायमान हो उठा। चप्पे-चप्पे की चौकसी के बीच रेड कार्पेट से होकर भक्तों के दर्शन-पूजन का सिलसिला सुबह से जारी रहा। धाम तक श्रद्धालुओं को पहुंचने के लिए पांच किलोमीटर लंबा रेड कार्पेट बिछाया गया । शाम 6 बजे तक धाम में ढाई लाख के करीब भक्तों ने हाजिरी लगाई।
ज्योतिर्लिंगों में से एक श्री काशी विश्वनाथ की झांकी का दर्शन करने के लिए देश भर से शिवभक्त पहुंचे हैं। रात से ही कतार में खड़े होकर श्रद्धालु बाबा का दर्शन करने के लिए आतुर दिखे।
मंदिर में आनेवाले कावड़ियों और शिवभक्तों का वाराणसी के कमिश्नर कौशल राज शर्मा और मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्वभूषण मिश्रा के साथ अलाधिकारियों ने पुष्पवर्षा कर स्वागत किया।
बाबा श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में भक्तों को सुगम दर्शन करवाने के लिए पुलिस प्रशासन की टीम के साथ सुरक्षाकर्मी देर रात से ही लगे हुए है। शिवभक्तों की भारी भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किया गया। भक्तों की सुरक्षा के लिए सीसीटीवी और ड्रोन कैमरे से निगरानी किया जा रहा है, तो वही सादे वस्त्र में पुलिस के जवान भी भक्तों के बीच तैनात रहे। वही गंगा घाटों पर एनडीआरएफ और जल पुलिस पूरी मुस्तैदी से तैनात रहे।
गंगा का जलस्तर बढ़ने की वजह से लगातार जल पुलिस और एनडीआरएफ की टीम चक्रमण कर लोगो को गहरे पानी के स्नान ना करने की अपील कर रहे थे। गंगा किनारे एनडीआरएफ और जलपुलिस के साथ काशी के मांझी समाज के लोग और स्थानीय नाविक भी लोगो आप गहरे पानी में जानें से रोक रहे थे।