सामना संवाददाता / मुंबई
राज्य के विधान परिषद में शिक्षक व स्नातक कोटे के मुंबई और नासिक सीट के लिए चुनाव आयोग ने १५ जून को कराने की घोषणा की है। लेकिन इस दौरान गर्मी की छुट्टियां होने से शिक्षक और स्नातक लोग चुनाव से वंचित रहने का का डर है। जिसका हवाला देते हुए शिक्षक भारती संगठन ने १० जून को होने वाले मुंबई और नासिक शिक्षक-स्नातक निर्वाचन क्षेत्रों के चुनाव को स्थगित करने के लिए बॉम्बे उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है। इन दोनों सीटों पर सदस्यों का कार्यकाल इस वर्ष ७ जुलाई को खत्म हो रहा है।
बता दें कि १५ जून के बाद यानी स्कूल शुरू होने पर ग्रीष्मावकाश में चुनाव कराने की मांग विभिन्न शिक्षक संघों ने मुख्य चुनाव आयोग से की थी। शिक्षक भारती की याचिका पर सुनवाई के दौरान केंद्रीय चुनाव आयोग के वकीलों ने कोर्ट से कहा है कि वे शिक्षक भारती की मांग पर कल विचार कर अंतिम फैसला लेंगे।
उल्लेखनीय है कि १० जून को चुनाव होने पर मई की छुट्टी पर बाहर गए शिक्षक और कर्मचारी मतदान से वंचित रह जाएंगे। इसलिए शिक्षक भारती ने याचिका में मांग की है कि मतदान की तारीख बदली जाए और स्कूल शुरू होने के बाद जून के अंत में मतदान कराया जाए। स्कूल शिक्षा विभाग ने २ मई से १४ जून तक स्कूलों में ग्रीष्मकालीन अवकाश की घोषणा की है। इसलिए १५ जून के बाद स्कूल शुरू होने जा रहे हैं। साथ ही बकरीद के मौके पर उर्दू मीडियम स्कूलों में १७ जून से २० जून तक छुट्टी है। मुंबई के शिक्षक स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के उत्तर भारतीय शिक्षक ११ जून को शिक्षक विशेष ट्रेन से मुंबई लौटेंगे। इसके अलावा, महाराष्ट्र में कई शिक्षक छुट्टियों के दौरान अपने पैतृक गांव या परिवार से मिलने के लिए बाहर गए हैं। शिक्षक भारती की ओर से दायर याचिका में इन सभी बातों का जिक्र किया गया है। शिक्षा भारती की ओर से कार्यकारी अध्यक्ष सुभाष मोरे, उत्तर मंडल अध्यक्ष अकबर खान और शिक्षा भारती के पदाधिकारी हिंदूराव देशपांडे ने याचिका दायर की है।