बदलापुर में महाराष्ट्र जीवन प्राधिकरण विभाग द्वारा लोगों के लिए पीने के पानी की पूर्ति की जाती है। लोगों को जो पानी शुद्ध बताकर प्राधिकरण विभाग सप्लाई किया जाता है उस पानी के वॉल्व चेंबर में गंदगी जमा है, उसमें पानी की बोतलें, कचरा देखा जा सकता है। बता दें कि बदलापुर-पूर्व के कात्रप परिसर में कर्जत मार्ग पर येवले चाय वाले के समीप ही पीने के पानी की लाइन पर वॉल्व दिया जाता है। वॉल्व से पानी लीकेज होकर चेंबर में जमा होता है, जब पानी बंद होता है तो उस समय चेंबर का पानी भी फिर से पाइप की लाइन के जरिये लोगों के घरों तक पहुंचता है। बदलापुर-पूर्व परिसर के शाखा अभियंता को चाहिए कि वॉल्ब के लीकेज को बंद करवाकर चेंबर की सफाई करवाए। इसके साथ ही भविष्य में ऐसी स्थिति न आए, इसके लिए चेंबर को पूरी तरह से ढंक दिया जाए, जिससे कचरा चेंबर में न जाए। मानसून में तो इस चेंबर में बरसाती पानी भी जमा होता है। उसके चलते मच्छर भी पनपते हैं। मच्छरों से तमाम तरह की बीमारी होती है। नपा के स्वास्थ्य विभाग की भी जबाबदारी है कि इस तरह के पानी रिसाव को रोकने के उपाय करें। वैसे बदलापुर में मच्छर के चलते डेंगू, मलेरिया जैसे रोग होते रहते हैं। डेंगू के कारण बदलापुर के लोग परेशान होते हैं। अभी हाल ही में पत्रकार आर.एस.वर्मा की मौत भी डेंगू से हुई थी।
-किशन बरनवाल, बदलापुर