मैं `दोपहर का सामना’ के माध्यम से रेल मंत्रालय का ध्यान चर्चगेट से रात ११.४६ की लोकल ट्रेन को विरार तक विस्तारित कर राहत देने की ओर आकर्षित कराना चाहता हूं। जबकि विरार की ट्रेन में नालासोपारा के काफी यात्री सफर करते हैं। अत: रेल मंत्रालय से मेरा अनुरोध है कि उक्त ट्रेन को विरार तक विस्तारित कर यात्रियों को राहत प्रदान की जाए। वहीं दूसरी ओर वर्तमान समय में पश्चिम रेलवे जो कभी अपनी पंक्चुअल्टिी के लिए जानी जाती थी, वह लेट-लतीफी का शिकार हो चुकी है। हालात यह हो गए हैं कि चर्चगेट से विरार और विरार से चर्चगेट की तरफ यात्रा करनेवाले प्रवासियों को काफी परेशानियां झेलनी पड़ रही हैं। अधिकांश लोकल ट्रेनें या तो देरी से चल रही हैं अथवा समय से पूर्व ही स्टेशन से निकल जा रही हैं, जिससे लोकल ट्रेनें असमय के रोग से ग्रसित हो गई हैं। यात्री न तो कार्यालय समय पर पहुंच पा रहे हैं और न ही घर। कुछ ट्रेनें या तो २०-३० मिनट देरी से चल रही हैं या अपने निर्धारित समय से पूर्व ही छूट जाती हैं। निर्धारित समय पर ट्रेनों के न चलने की वजह से स्टेशनों पर रेलयात्रियों की भीड़ बढ़ जाती है। लेट होने का मुख्य कारण मीरा रोड और भायंदर के पहले भायंदर लोकल को स्टेशन से साइडिंग में ले जाया जाता है। उसके बाद विरार ट्रेन आने के कारण ट्रेन में रात्रि के समय भीड़ अचानक बढ़ जाती है। इस रूट के यात्रियों की परेशानी का अतिशीघ्र व्यवस्था कर समाधान निकाला जाए।
– प्रकाश रेडेकर, विरार (पूर्व), पालघर