मैं ‘दोपहर का सामना’ के माध्यम से मनपा अधिकारियों का ध्यान शिवाजी नगर लोटस कॉलोनी के दुर्गा सेवा संघ की ओर आकर्षित करना चाहता हूं। लगभग दस हजार की आबादी वाले इस क्षेत्र में शौचालय की सुविधा के नाम पर दो शौचालय हैं, जिनमें एक पर निजी कब्जा है, जबकि दूसरा दो वर्ष पहले पुनर्निर्माण होने के तीन महीने के बाद से बंद पड़ा है। इससे बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों को काफी तकलीफों का सामना करना पड़ रहा है। कई बार जनप्रतिनिधियों व मनपा अधिकारयों से संपर्क करने के बावजूद सिर्फ आश्वासन मिलता है, जबकि बाहर बना दूसरा शौचालय रात के समय बंद रहता है, जिसके कारण लोगों को काफी परेशानी हो रही है। हालांकि, ‘दुर्गा सेवा संघ’ के करीब प्लॉट क्र. ८ पर भी शौचालय था, लेकिन उसके पूरी तरह से बंद होने के कारण हालात बद से बदतर होते चले जा रहे हैं। इलाके में कुछ लोगों ने इस परेशानी को देखते हुए घर में खुद शौचालय का निर्माण करवाया, लेकिन जिन लोगों के घर छोटे हैं या वो गरीब हैं वो लोग कहां जाएं। एक शौचालय के बंद होने व दूसरे के रात में बंद होने कारण लोगों को मजबूरन नाली या गटर का सहारा लेना पड़ता है। चुनाव के दौरान नेता इस परेशानी को दूर करने की बात करते हैं, लेकिन चुनाव खत्म होते ही यह मुद्दा भले ही उनके लिए खत्म हो जाता है, परंतु जनता हर रोज इस परेशानी से जूझती है। – शबाना शेख, दुर्गा सेवा संघ, गोवंडी