मुख्यपृष्ठनमस्ते सामनासंपादक के नाम पत्र : रिक्शावालों ने किया पब्लिक की नाक में...

संपादक के नाम पत्र : रिक्शावालों ने किया पब्लिक की नाक में दम

उल्हासनगर में बढ़ते निजी वाहन व रिक्शों को खड़ा करने के लिए पर्याप्त जगह नहीं है, जिसकी वजह से यहां के स्थानीय नागरिकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा यहां व्यापारी संकुल हो या सरकारी कार्यालय, कहीं भी पार्किंग की व्यवस्था नहीं है, जिसके कारण सामान्य जनता, व्यापारी, यातायात पुलिस सभी लोग तकलीफ में दिखाई देते हैं। रिक्शावालों ने तो लोगों की नाक में दम कर रखा है। आज उल्हासनगर की स्थिति यह है कि रिक्शों की संख्या काफी अधिक होने के कारण रिक्शा चालक दुकानों के सामने इस तरह से रिक्शा खड़ा कर देते हैं कि व्यापारी की दुकान में ग्राहकों को आने-जाने के लिए जगह ही नहीं बचती। कहा जाए तो उल्हासनगर में चल रहे रिक्शों में से तकरीबन आधे ऑटो रिक्शा अवैध है। कई ऑटो रिक्शा तो बिना लाइसेंस व दस्तावेजों के कागज के चलते हैं। ये रिक्शा सरकारी बाबुओं के हैं। रिक्शा चालकों में काफी रिक्शा चालक नशेड़ी व अपराधी प्रवृत्ति के हैं। उनसे पुलिस तक डरती है। पुलिस कहती है कि कार्यवाही करें तो जब्त किए गए रिक्शा को रखने के लिए उनके पास जगह तक नहीं है। रिक्शा को लेकर आए दिन मारपीट की घटनाएं होती रहती हैं। कई बार पुलिस तक पिट चुकी है। उल्हासनगर की यातायात पुलिस को इस संबंध में सख्त कदम उठाने की जरूरत है।
–मनुजा राजेश, उल्हासनगर

अन्य समाचार