उल्हासनगर में विकास के नाम पर लोगों के टैक्स के पैसों का मनपा के अधिकारियों द्वारा जमकर दुरुपयोग किया जा रहा है। सार्वजनिक धन के इस दुरुपयोग को मनपा रोकने में नाकाम साबित हो रही है। उल्हासनगर में बुनियादी सुविधाओं की बजाय मनपा ने जगह-जगह सौंदर्यीकरण के नाम पर फाउंटेन, अन्य तरह के आकर्षण के स्तंभ लगाए हैं, जिनसे लोगों का कोई सरोकार नहीं है। ऐसे अनावश्यक खर्च पर मनपा को लगाम लगानी चाहिए, परंतु मनपा की उदासीनता के कारण आदर्श अधिकारी भी मौन हैं। उल्हासनगर वैंâप चार में एक बंद घड़ी चौक है। इस घड़ी चौक पर लाखों रुपए खर्च कर घड़ी लगाई गई है, जो लगने के कुछ दिन बाद से ही बंद है। ऐसी बंद घड़ी का लोगों को क्या लाभ? ऐसे ही कई जगहों पर लोगों के पैसों की बर्बादी शुरू है, जबकि इस मनपा को पूर्व आयुक्त सुधाकर देशमुख ने कंगाल मनपा साबित करते हुए श्वेत पत्र जारी किया था। आज जन प्रतिनिधि दो वर्ष के उपरांत भी नहीं हैं। ऐसे में प्रशासन को मनपा की फिजूल खर्च, लूटपाट पर लगाम लगाने की जरूरत है।
– पवन मिरानी, उल्हासनगर