उल्हासनगर में करोड़ों रुपए की लागत से रिजेंसी एंटीलिया के प्रांगण में एक भव्य अस्पताल बनाया गया है, जिसका उद्घाटन करते हुए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने घोषणा की कि यह वैâशलेस अस्पताल कल्याण ग्रामीण म्हारल, काबा, वरप के लोगों के अलावा उल्हासनगर के रहिवासियों को बेहतरीन स्वास्थ्य सेवा देगा। आज दो महीने के उपरांत अभी तक अस्पताल में स्वास्थ्य सेवा शुरू नहीं की गई है। अस्पताल में केवल नाम के लिए डॉक्टर रखे गए हैं। मरीजों का उपचार नहीं हो रहा है। आश्चर्यजनक यह कि जिन बच्चों की उम्र १८ साल से कम है, उनका उपचार नहीं किया जाता है। अस्पताल के उद्घाटन में बड़ी-बड़ी घोषणाओं के बावजूद कथनी और करनी में फर्क नजर आता है। अस्पताल में आए दिन कानूनी-व्यवस्था बिगड़ती दिखाई देती है। अपने आपको दुनिया का पहला विकास पुरुष साबित करनेवाले अस्पताल का उद्घाटन करनेवाले मुख्यमंत्री को चाहिए कि एक बार वो फिर अस्पताल का दौरा कर जांच करें कि उनके द्वारा की गई घोषणाओं पर किस हद तक अमल किया जा रहा है और बीमार व्यक्ति उपचार के लिए किस तरह परेशान हैं।
-आशीष गुप्ता, उल्हासनगर