उल्हासनगर दो में सबसे खर्चीला गोल मैदान जिसे साधु वासवानी बगीचे के नाम से जाना जाता है, आज उस बगीचे की स्थिति बदतर हो गई है। गोल मैदान की बदहाल स्थिति के लिए स्थानीय नेताओं के साथ ही प्रशासन की लाचारी को जिम्मेदार बताया जा रहा है। गोल मैदान का बाहरी परिसर वाहन पार्किंग का अड्डा बन गया है। पार्विंâग के कारण साफ-सफाई नहीं हो पाती है। मैदान के अंदर आवारा कुत्ते और गंदगी देखी जा सकती है। गोल मैदान को स्थानीय नेताओं ने विज्ञापन का अड्डा बना रखा है। बड़ी-बड़ी होर्डिंग ने मैदान की सुंदरता को कुरूप बनाकर रख दिया है। मैदान की बदतर हालत के सुधार के लिए कई सामाजिक संस्थाओं ने प्रशासन से कानूनी लड़ाई भी लड़ी। इसके बाद भी मैदान में मनमाना काम किया जा रहा है। हद तो तब हो गई, जब सिंधी समाज के संत के पुतले के सामने, मैदान के चारों तरफ बैनर घेर लेते हैं। ऐसी हरकतों पर बैनर लगाने वाले लोगों पर उचित कार्रवाई होनी चाहिए। परंतु र्र्कावाई की हिम्मत ही विभाग के अधिकारी नहीं जुटा पा रहे हैं। अधिकारी केवल बड़ी-बड़ी डींगें हांकते तो हैं, लेकिन इस पर कोई एक्शन नहीं ले पाते।
–संदीप सिंह, उल्हासनगर