डॉ. बालकृष्ण मिश्र
प्रश्न- गुरुजी मेरी बेटी का नाम क्या होगा और इसका भविष्य वैâसा है? कृपया बताएं?
-पवन कुमार गुप्ता
(जन्म १५ अक्टूबर २०२४ रात्रि ३:०० बजे नालासोपारा, ठाणे)
-पवन कुमार जी, आपकी बेटी का जन्म मंगलवार के दिन पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र के प्रथम चरण में हुआ है। राशि इसकी कुंभ बन रही है। कुंभ राशि पर इस समय शनि की साढ़ेसाती भी चल रही है। अब इसके राशि के नाम की बात करते हैं कि किस अक्षर से नाम रखा जाए तो ग,श,स, से नाम रखा जाए। लग्न के आधार पर अगर हम देख रहे हैं तो सिंह लग्न में बेटी का जन्म हुआ है। सिंह लग्न का स्वामी सूर्य धन भाव पर बैठा है ऐसे संकेत दिख रहा है कि बेटी के जन्म के बाद में परिवार में धन-धान्य की वृद्धि होगी और बेटी भाग्यशाली भी है, परिवार में व्यापार आदि को बढ़ाएगी। बेटी की कुंडली को अगर दीप में हम देख रहे हैं तो कुंडली बेटी की मांगलिक नहीं है। बेटी को पूरी तरह से स्वस्थ रखने के लिए आपको चांदी का चंद्रमा पहनवा देना चाहिए। यदि बेटी के जीवन की विस्तार से जानकारी चाहते हैं तो आपको संपूर्ण जीवन दर्पण गोल्ड बनवाना चाहिए।
प्रश्न- गुरुजी मेरी शिक्षा वैâसी होगी मेरी राशि क्या है ?
-आस्था पवन कुमार गुप्ता
(जन्म १५ सितंबर २०१९ दिन में ४:१० नालासोपारा, ठाणे)
-आस्था पवन कुमार जी, आपका जन्म रविवार के दिन हुआ है। उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र के तृतीय चरण में राशि आपकी मीन बन रही है। मीन राशि पर शनि की साढ़ेसाती भी प्रारंभ हो चुकी है। अगर लग्न के आधार पर हम देख रहे हैं तो मकर लग्न में आपका जन्म हुआ है। मकर लग्न का स्वामी शनि आपकी कुंडली में १२वें भाव पर बैठा है। शिक्षा की बात को अगर हम देख रहे हैं, तो शिक्षा स्थान का स्वामी शुक्र है। शुक्र आपकी कुंडली में दशम भाव का भी स्वामी है, जो भाग्य भाव पर बैठा दशम भाव से पिता का भी विचार किया जाता है और दशम भाव से करियर का भी विचार किया जाता है। पिता स्थान का स्वामी यदि भाग्य भाव पर बैठता है तो जन्म के बाद में निश्चित पिता के कार्य क्षेत्र का विकास होता है। आपके जन्म के बाद में पिता के कार्यक्षेत्र का विकास हुआ होना चाहिए, लेकिन राशि आपकी मीन है। आपकी कुंडली में कालसर्प योग भी बना हुआ है और अष्टम भाव पर मंगल बैठकर आपकी कुंडली को मांगलिक भी बना रहा है। जीवन को विस्तार से जानने के लिए आपको संपूर्ण जीवन दर्पण गोल्ड बनवाना चाहिए।
प्रश्न-गुरु जी मेरी राशि क्या है और समय वैâसा चल रहा है ?
-मारुति शर्मा
(जन्म २६ अप्रैल १९८६ समय सायं ७:२५अंधेरी पश्चिम मुंबई)
-मारुति जी, आपका जन्म तुला लग्न एवं वृश्चिक राशि में हुआ है, वृश्चिक राशि पर इस समय शनि की ढैया चल रही है। दशमेश चंद्र नीच राशि का होकर के द्वितीय भाव में शनि के साथ बैठकर आपके मन को व्यग्र बना रहा है और मन में तमाम प्रकार की नकारात्मक बातें भी आती हैं। इस समय केतु की महादशा भी चल रही है। आपकी कुंडली में केतु लग्न में बैठकर लग्न को भी दूषित कर रहा है तथा सप्तम भाव पर राहु बैठा हुआ है। सूर्य के राहु के साथ बैठने से लाभ भाव भी दूषित हो रहा है। ग्रहण योग एवं कालसर्प योग भी बना हुआ है। कालसर्प योग एवं ग्रहण योग की पूजा वैदिक विधि से कराएं। जीवन को विकसित करने का हर मार्ग प्रशस्त हो सकता है। जीवन की अन्य गहराइयों को जानने के लिए संपूर्ण जीवन दर्पण भी बनवाएं।
‘जीवन दर्पण’ कॉलम के तहत यदि आप अपने बारे में कुछ जानना चाहते हैं तो अपना नाम, जन्म तारीख, जन्म समय और जन्म स्थान के साथ अपना सवाल व्हाट्सऐप नंबर ९२२२०४१००१ पर लिख भेजें।