सामना संवाददाता / मुंबई
बहुत ही सफल और सार्थक रहा ‘पं. मधुकर गौड़ सार्थक साहित्य सम्मान। यश मालवीय को सुनना एक अलग तरह के अनुभव से गुजरना हुआ। वर्षों बाद बहुत ही साहित्यिक अभिरुचियों वाले श्रोताओं से खचाखच भरा रहा सर्राफ मातृ मंडल सभागृह। नगर-उपनगर के कई वरिष्ठ लेखकों और नागरिकों नें यश के काव्यपाठ को खूब सराहा। ख्याति के अनुरूप यश ने जमकर काव्यपाठ किया। बहुत ही शालीन व गरिमा पूर्ण इस आयोजन की अध्यक्षता विश्वनाथ सचदेव ने किया। सुप्रसिद्ध कथाकार डाॅ. सूर्यबाला मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थीं। उद्योगपति व सांस्कृतिक आयोजनों के प्रेमी कन्हैयालाल सर्राफ विशिष्ट अतिथि के रूप में पूरे आयोजन में उपस्थित रहे। पत्रकार व कवि हरिमृदुल ने यश मालवीय व पं. मधुकर गौड़ के बारे में अपने विचार रखे। बहुत ही साहित्यिक व शालीनता पूर्वक संचालन डाॅ. अनिल गौड़ ने किया। मधुकर गौड़ के परिवार की तरफ से मंचाशीन विभूतियों के हाथों यश मालवीय को पं. मधुकर गौड़ साहित्य सार्थक सम्मान से विभूषित किया गया। इस अवसर पर यश की पत्नी आरती मालवीय का भी शाल व पुष्प गुच्छ देकर सम्मान किया गया। अतिथियों के प्रति आभार मधुकर गौड़ के बेटे कमलेश गौड़ ने व्यक्त किया।