– वैशाली दरेकर को मिल रहा है भारी समर्थन
सामना संवाददाता / ठाणे
कल्याण लोकसभा क्षेत्र वर्ष २००९ में परिसीमन के बाद अस्तित्व में आया। वैसे यह निर्वाचन क्षेत्र शिवसेना का गढ़ रहा है। लेकिन पिछले १६ वर्षों से यहां पर स्थानीय नेतृत्व निर्वाचन क्षेत्र वासियों को नहीं मिल पाया है। हालांकि, अब मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के पुत्र डॉ. श्रीकांत शिंदे हैट्रिक लगाने की कोशिश में हैं। इनका मुकाबला शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) की महिला प्रत्याशी वैशाली दरेकर-राणे से है। जहां डॉ. शिंदे बाहरी हैं तो वैशाली दरेकर स्थानीय और डोंबिवली निवासी हैं। ऐसे में इस निर्वाचन क्षेत्र में स्थानीय उम्मीदवार और बाहरी प्रत्याशी के रूप में मुकाबला है। एक तरफ स्थानीय होने के नाते इस सीट से शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) की उम्मीदवार की जीत सुनिश्चित मानी जा रही है तो दूसरी तरफ मुख्यमंत्री शिंदे को अपने बेटे को तीसरी बार जीत दिलाने के लिए उनकी प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी हुई है।
मराठी, उत्तर भारतीय, मुस्लिम और सिंधी समाज बड़ा वोट बैंक
कल्याण लोकसभा सीट के तहत आने वाले दिवा, डोंबिवली कल्याण ग्रामीण में आगरी, कोली और कोकणी समाज के मतदाता हैं। कल्याण-पूर्व, डोंबिवली, दिवा, उल्हासनगर, अंबरनाथ, कल्याण-डोंबिवली-दिवा ग्रामीण क्षेत्र में उत्तर भारतीयों का एक बड़ा तबका मतदाता के रूप में है। साथ ही उल्हासनगर में सिंधी समाज के मतदाताओं की संख्या भी सर्वाधिक है, जबकि उत्तर भारतीय और सिंधी समाज एक बड़ा वोट बैंक है, जो निर्णायक भूमिका अदा करता है।
मतदाता – २०२४
पुरुष- ११,१०,९३४
महिला- ९,५७,८९७
अन्य- ७५०
कुल मतदाता-२०,६९,५८१
मतदान केंद्र- १,९५५
कुल प्रत्याशी- २८
कल्याण लोकसभा क्षेत्र में दलगत विधायकों की स्थिति
उल्हासनगर – कुमार आयलानी (भाजपा)
अंबरनाथ – बालाजी किणीकर (शिवसेना-शिंदे गुट)
कल्याण पूर्व – गनपत गायकवाड (भाजपा)
डोंबिवली – रवींद्र चव्हाण (भाजपा)
कल्याण ग्रामीण – (मनसे)
कलवा – जितेंद्र आव्हाड (राकांपा-शरदचंद पवार)
किस समाज के कितने वोटर
मराठी ११,५८,९५६
गुजराती, मारवाड़ी, सिंधी १,२३,३३५
मुस्लिम १,७५,५६६
उत्तर भारतीय ४,१५,६२४
दक्षिण भारतीय ६८,३००
पंजाबी – सिंधी ८५,९२०
अन्य ४१,८८०
कुल २०,६९,५८१