सामना संवाददाता / ठाणे
ठाणे मनपा के इस साल के बजट में ६० साल से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों के लिए मुफ्त यात्रा और महिलाओं के लिए टिकट की कीमत में ५० प्रतिशत की छूट की घोषणा की गई है। यह रियायत १३ मार्च की रात से लागू हो गई, लेकिन इस रियायत से ठाणे परिवहन सेवा को प्रतिदिन साढ़े चार से पांच लाख रुपए का नुकसान उठाना पड़ा है। ऐसा लग रहा है कि यह छूट योजना बंद भी हो सकती है।
बता दें कि इस साल के बजट में महिलाओं को बस टिकट पर ५० फीसदी छूट का एलान किया गया है। साथ ही ६० वर्ष की आयु पूरी कर चुके वरिष्ठ नागरिकों को मुफ्त यात्रा की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। इससे पहले ठाणे मनपा क्षेत्र में रहने वाले सभी वरिष्ठ नागरिकों को मुफ्त यात्रा की सुविधा उपलब्ध थी, लेकिन मुफ्त यात्रा की सुविधा के लिए पहचान पत्र दिखाना पड़ रहा था। ६० से ७४ वर्ष के बीच के वरिष्ठ नागरिकों को टिकट की कीमत पर ५० प्रतिशत की छूट दी गई। इस छूट का लाभ अब तक ६ हजार ६३० वरिष्ठ नागरिकों को मिल चुका है।
इस छूट के लागू होने से पहले ठाणे परिवहन सेवा की दैनिक आय लगभग ३० से ३१ लाख रुपए थी। मिली जानकारी के मुताबिक, ११ मार्च को ३० लाख ५१ हजार रुपए , १२ मार्च को २९ लाख ५४ हजार रुपए, १३ मार्च को २९ लाख ३१ हजार रुपए थी। इस छूट योजना के लागू होने के पहले दिन यानी १४ मार्च को आय गिरकर २५ लाख ९२ हजार रुपए और १५ मार्च को २५ लाख ४० हजार रुपए पहुंच गई जबकि १६ और १७ मार्च को शनिवार और रविवार था।
नुकसान भरपाई के लिए करनी पड़ेगी मेहनत
पहले ठाणे परिवहन सेवा को मूल रूप से शनिवार और रविवार को छुट्टियों के कारण कम राजस्व मिलता था, लेकिन इस छूट के लागू होने के बाद इसमें और घाटा हो गया है। इसके अनुसार, शनिवार १६ मार्च को २२ लाख ५७ हजार रुपए और रविवार १७ मार्च को १७ लाख ७२ हजार रुपए यात्रियों के टिकटों के माध्यम से खजाने में जमा हुए हैं। प्रतिदिन होने वाले लगभग पांच लाख रुपए के नुकसान की भरपाई के लिए ठाणे परिवहन सेवा को कड़ी मेहनत करनी होगी।