मुख्यपृष्ठअपराधउत्तर के माफिया! निशानेबाजी, माफियागीरी और जेल में अय्याशी

उत्तर के माफिया! निशानेबाजी, माफियागीरी और जेल में अय्याशी

जय सिंह

चित्रकूट जेल में जेलर और अन्य पुलिस कर्मचारियों के सहयोग से वैâदी को हर सुख भोगने को मिल रहा है। जब यह जानकारी प्रशासन को मिली तो जेल में छापा मारा गया। इस छापेमारी में जो बात सामने निकलकर आई, उसे सुनकर हर कोई हैरान रह गया। जेल में बंद माफिया डॉन के बेटे के लिए जेल जैसी नहीं, बल्कि ताज होटल जैसी व्यवस्था की गई थी। यह कोई और नहीं, मुख्तार अंसारी का बेटा है अब्बास अंसारी। जेलर का कमरा बना था मिलन का कमरा। इस कमरे में अब्बास अंसारी और उनकी पत्नी निकहत अंसारी रहे थे। ये कहानी सामने आने के बाद जेलर समेत जेल के कई कर्मचारियों और अधिकारियों पर गाज गिरी। साथ ही अब्बास अंसारी को चित्रकूट कासगंज जेल भेजा गया। अब उत्तर प्रदेश प्रशासन ने अब्बास को टॉप टेन सूची में शामिल किया है।
कहते हैं न कि इंसान जब तक पावर में होता है, तब तक अपने आपको खुदा ही समझ बैठता है। पावर और सत्ता की लालच में कई बार ऐसा गुनाह कर बैठता है कि सरकार और आम जनमानस उसे मािफया कहने लगता है। वर्तमान समय में कुख्यात माफिया मुख्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी ने उत्तर प्रदेश सरकार को एक पत्र लिखकर अपने भाई अब्बास अंसारी की जान को खतरा बताया है। उसे डर है कि आजमगढ़ का कुख्यात माफिया कुट्टू सिंह उसकी हत्या का षड्यंत्र रच रहा है। राष्ट्रीय स्तर का एक निशानेबाज आखिरकार माफिया की लिस्ट में वैâसे आ गया? पदक जीतने वाला व्यक्ति आखिर उत्तर प्रदेश की टॉप टेन की माफिया की सूची में वैâसे आ गया?
अब्बास अंसारी का जन्म १९९२ में १२ फरवरी को हुआ था। बचपन से शॉटगन शूटिंग का शौक रखने वाला अब्बास शूटिंग खेल में निशानेबाज है। निशाना लगाते-लगाते अब्बास अपने पिता की माफियागीरी से जुड़ गया। मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में अब्बास अंसारी को जेल भेजा गया था। कमाई से ज्यादा संपत्ति रखना जैसे कई मामले अब्बास पर दर्ज हैं। अब्बास मऊ जिले का विधायक भी है। बकौल उत्तर प्रदेश पुलिस, अब्बास अंसारी ने शूटिंग के नाम पर विदेशों से हथियार मंगाए थे। पुलिस ने उसके पास से ८ विदेशी हथियार और ४५ कारतूस बरामद किया था। इस हथियारों को दिल्ली के फर्जी पते पर मंगाया गया था। पंजाब राइफल असोसिएशन के लिए अब्बास २०१२ से शूटिंग कर रहा था। अब्बास अंसारी पर विवादित मामले भी दर्ज हुए, लेकिन उसमें अदालत ने उसे जमानत दे दी है। आरोप है कि अब्बास अंसारी अपनी पत्नी निकहत के फोन से गवाहों को धमकाता था और रंगदारी के लिए कॉल करता था। बता दें कि अब्बास ने शॉटगन में स्वर्णपदक जीता है। यहां यह कहना बिल्कुल भी गलत न होगा कि माफिया पिता का बेटा होने मुआवजा अब्बास अंसारी को मिल रहा है। अब्बास अंसारी पर धोखाधड़ी कर संपत्ति अर्जित करने के आरोप में धारा ४२० के तहत मामला दर्ज है। इसके अलावा छेड़छाड़, चोरी के कई दर्जन मामले दर्ज हैं। सरकारी कागजों में फर्जीवाड़ा सहित कई मामले भी दर्ज हैं। यहां तक कि अब्बास अंसारी को भगोड़ा भी घोषित किया जा चुका है। कुछ लोगों का कहना है कि अब्बास अंसारी पर माफिया पिता का पुत्र होना भारी पड़ा।
(अगले अंक में पढ़ें… लाशों की ढेर पर राजनीति!)

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