सामना संवाददाता / मुंबई
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति को बहुमत मिला है। विधानसभा के नतीजे अप्रत्याशित होने पर कई नेताओं ने ईवीएम पर सवाल उठाए हैं, इसे लेकर कई तरह की शंकाएं जताई जा रही हैं। अब राकांपा (शरदचंद्र पवार) पार्टी के विधायक रोहित पवार ने भी एक ट्वीट शेयर किया है, जिसमें उन्होंने भाजपा के मोदी-शाह पर हमला बोला है। उन्होंने लिखा है कि क्या गुजराती ईवीएम के जाल में फंस गया है महाराष्ट्र का लोकतंत्र? उन्होंने आंकड़े पेश करते हुए यह सवाल पूछा है। साथ ही उन्होंने चुनाव आयोग को चुनौती भी दी है कि हमें सिर्फ चार दिन एवीएम देकर देखिए, उसके भीतर होनेवाले सभी गुणा-गणित और चीटिंग का हम खुलासा करके दिखा देंगे।
उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग सामने आकर यह बताने को तैयार नहीं है कि क्या सच है और क्या झूठ। आखिर आयोग क्या छुपाना चाह रहा है? या फिर आयोग ने लोकतंत्र को खत्म करने का बीड़ा उठा लिया है? राज्य की आम जनता इन और कई अन्य सवालों का जवाब चाहती है। रोहित पवार ने मांग की कि आयोग जनभावना को ध्यान में रखते हुए जल्द स्पष्टीकरण दे।
उन्होंने ईवीएम मशीनों के द्वारा कुछ ठिकानों पर हुई धांधली के दस्तावेज जारी करते हुए महायुति पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि हमारे कार्यकर्ता और मतदाता हमसे मिलकर कहते हैं कि हमने अच्छा मतदान किया। नासिक में इसका उदाहरण देते हुए कहा कि यहां कुछ गांवों में हमारा वोट बैंक होने के बावजूद मतदान हमें कम हुआ है। एनसीपी की बैठक में कुछ उम्मीदवार पुनर्मतगणना की मांग कर रहे हैं। मेरे चुनाव क्षेत्र में लोकसभा और विधानसभा के बीच मतदाताओं की संख्या में भारी वृद्धि हुई, ये मतदाता कहां से आए? या यह वोटिंग मशीन से आया?
पिछले विधानसभा चुनाव के अपेक्षा इस बार विधानसभा चुनाव में ९८ लाख वोटिंग बढ़ी है। सभी की मांग है कि गहराई तक जाने की जरूरत है। अगर सत्ता में बैठे लोग ही चुने जाएंगे और अमीर लोग आगे आएंगे तो आम लोगों के मुद्दे कौन उठाएगा? अब हमने इन सभी चीजों के संबंध में कानूनी मामलों को देखने के लिए एक समिति बनाई है।