सामना संवाददाता / वृंदावन
महाराष्ट्र पुलिस की एक टीम ने मथुरा जिले के कृष्ण बलराम मंदिर के समीप वृंदावन पुलिस की मदद से एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, जिस पर वहां महाराष्ट्र में करीब ३०० करोड़ रुपए के गबन का आरोप है। स्थानीय पुलिस ने बताया कि इस व्यक्ति की पहचान महाराष्ट्र के बीड जिले के निवासी बबन विश्वनाथ शिंदे के रूप में हुई है। कृष्ण बलराम मंदिर को ‘अंग्रेजों के मंदिर’ के नाम से भी जाना जाता है।
पुलिस अधीक्षक (नगर) डॉ. अरविंद कुमार ने बताया कि महाराष्ट्र के बीड जिले के उपनिरीक्षक एसएस मोरकुटे एवं सहायक उपनिरीक्षक तुलसीराम बबन शिंदे की गिरफ्तारी के लिए यहां आए थे। काफी खोजबीन के बाद अंग्रेजों के मंदिर के निकट वह साधु वेश में घूमता मिला। कुमार ने बताया कि छानबीन में जानकारी मिली कि शिंदे यहां करीब एक साल से साधु वेश भूषा में रह रहा था, जबकि महाराष्ट्र पुलिस की टीम उसे यहां मंदिरों, आश्रमों, होटल, गेस्ट हाउस आदि में तलाश रही थी। पुलिस अधीक्षक के अनुसार, शिंदे भेष बदलकर रह रहा था। उन्होंने बताया कि मथुरा पुलिस की अपराध शाखा एवं वृंदावन पुलिस का सहयोग लिया तो वह जल्द ही मिल गया। पुलिस अधीक्षक के अनुसार, महाराष्ट्र पुलिस ने नियमानुसार उसे कल अदालत में पेश कर उसका ‘ट्रांजिट रिमांड’ हासिल किया और फिर उसे वापस महाराष्ट्र ले गई।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि शिंदे पर आरोप है कि उसने महाराष्ट्र के बीड जिले की ‘जिजाऊ मां साहेब मल्टी स्टेट बैंक’ में जमाकर्ताओं के तीन सौ करोड़ रुपए का गबन किया और वहां से फरार हो गया। उसके बाद वह साल भर से वृंदावन आकर साधु के वेश में रह रहा था।