– विपक्ष ने पूछा अटल सेतु के टोल से मुक्ति कब
सामना संवाददाता / मुंबई
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की घोषणा किसी भी वक्त हो सकती है। ऐसे में ज्यादा से ज्यादा मतदाताओं को रिझाने के लिए शिंदे सरकार बड़ी-बड़ी घोषणाएं कर रही है। हालांकि, उसके पैâसले से सरकारी खजाने को बड़ा नुकसान हो रहा है, लेकिन मतदाताओं को आकर्षित करने के लिए वह किसी भी हद तक जाकर पैâसला ले रही है। सोमवार को शिंदे सरकार ने मुंबई के ५ एंट्री पॉइंट पर छोटे वाहनों के लिए टोल टैक्स मुक्त कर दिया है, लेकिन विपक्ष इस पैâसले को चुनावी पैâसला बता रहा है। इतना ही नहीं, विपक्ष ने साफ कहा कि अटल सेतु पर यह सरकार टोल कब माफ करेगी।
बता दें कि मुंबई के टोल नाकों पर हो रहे भारी भ्रष्टाचार की जांच की मांग महाविकास आघाड़ी ने की थी, लेकिन भाजपा सरकार ने इस मांग को नजरअंदाज कर दिया था। लोकसभा चुनाव में हार के बाद, विधानसभा चुनाव में भी हार भांपते हुए घबराई शिंदे-फडणवीस सरकार ने मुंबई के प्रवेश द्वारों पर टोल माफी की घोषणा की है, ऐसा दावा मविआ के नेताओं ने किया है।
महायुति सरकार द्वारा की गई टोल माफी के पैâसले पर टिप्पणी करते हुए मविआ सदस्य व सांसद वर्षा गायकवाड़ ने कहा कि पिछले दो वर्षों से यह सरकार अपने प्रिय मित्र बिल्डर और कॉन्ट्रैक्टर दोस्तों के फायदे के लिए मुंबई और महाराष्ट्र को लूटने में लगी है। इस भ्रष्ट सरकार को जाते-जाते अब जनता की याद आई है। मुंबई के पांच टोल नाकों पर कार और हल्के मोटर वाहनों को टोल माफी की मांग कांग्रेस ने लगातार उठाई थी। अक्टूबर २०२३ में उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के झूठ को उजागर भी किया गया था। सरकार की हालत ‘चादर लगी फटने तो खैरात लगी बटने’ जैसी हो गई है और टोल माफी देकर वोट पाने का नाकाम प्रयास किया गया है। बता दें कि अटल सेतु टोल बूथ को शामिल नहीं किया गया है। शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता आदित्य ठाकरे ने भी हाल ही में मुंबई के इन टोलों को हटाने की मांग दोहराई थी।