डॉ. ममता शशि झा मुंबई
चुनाव प्रचार खतम भ गेल छल आब बारी छल मतदान कराब के जाहि में पूरा प्रशासन जुटल छल। पहिने त केवल जे सरकारी स्कूल, कॉलेज में पढ़ा बला शिक्षक छल हुनके चुनावी कार्य में जोडल जाइ छल, मुदा नबका सरकार गैर सरकारी स्कूल में काज कर बला शिक्षक सब के सेहो मतदान अधिकारी के रूप में काज पर लगा देलक, बिचारा गैर सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल सब के कन्फ्यूजन जे की करी!!
चुनाव स एक दिन पहिने सब के बड़का पंडाल में भेड़-बकरी जांका जमा क के बैसा क राखि क झोनल ऑफिसर कन्फ्यूज्ड जे आगु की करी!!!
ओ अप्पन अधिकारी के तरफ स भेट बला सूचना के इंतजार में बैसल!!
अहि सोशल मीडिया के समय में ततेक वीडियो आ अलग-अलग जानकारी मतदान अधिकारी के सब लग आयल छलनि जे ओ सब देखि-देखि के मतदान अधिकारी के पूरा टीम कन्फ्यूज्ड!! येक्कही टा वीडियो के सब अलग-अलग तरीका स पठा क, जाहि में कोनो ढंगक जानकारी नहि रहला के कारण!!
कन्फ्यूजन के कारण मतदान बूथ पर सब मतदान अधिकारी के बीच गजब के भाइचारा देखाइ छल आपस में सबके कियेक ते सबके चेहरा पर येक्कही टा भाव छलइ जेना एक रंगक परिस्थिति बला के होइ छइ। हर बात में अस्पष्टता और अहि अस्पष्टता के भीतर छुपल डर!! कोनो गलती भेल कि नब्ज पकड़ लेल ठाड़ अधिकारी, आर कोनो बात में गलती भ जाए क्षम्य छइ, जेना गलत ऑपरेशन भ जाइ डॉक्टर से, ककरो फाइल सालों स पडल रहइ टेबुल पर, दहेज पीड़ित के न्याय नहीं भेटइ, शिक्षा स समाज वंचित रहि जाए, मुदा इलेक्शन में कोनो गलती नहि हेबाक चाही!! एक-एक मिनट अनमोल!!
कोनो गलती नहि हेबाक चाहि ताहि दुआरे पूरा तंत्र चौंकल, चौकन्ना आ निर्णय लेब में डेरायल आ ताहि दुआरे भयंकर कन्फ्यूजन!!
सबस बड़का कन्फ्यूजन जनता के जे भोट देब आयल छलथि आ जाहि लेल येतेक बड़का लोकतंत्र के त्योहार मनायल गेल छलहि, किछु लोक के लेल महापर्ब कियेक त अगिला पांच साल के हुनकर सबके इंतजाम भ गेल छलनि, जिनकर ओहि दिन बहुत महत्व छलनि, जे भोट देब बला के मार्गदर्शक नियुक्त केल गेल छलनि ओहो सब कन्फ्यूज्ड छला जे अहि महायुति के चुनाव पर कोना क बूझबियइ जे कोन चिह्न पर बटन दबा के लेल कहियइ!!!
आ भोटर कोन चिह्न पर बटन दबाउ ताहि लेल कन्फ्यूज्ड!!!