मुख्यपृष्ठस्तंभमैथिली व्यंग्य : गोर चेहरा, स्याह मोन!

मैथिली व्यंग्य : गोर चेहरा, स्याह मोन!

डॉ. ममता शशि झा
मुंबई

शुभम के ऑफिस में काल्ही दिवाली के पार्टी छलनि। ऑफिस में भारतीय परिधान पहिर के जेबाक छलइ, जाहि में सर्वश्रेष्ठ भारतीय परिधान के लेल पुरस्कार सेहो छलइ। शुभम के हिसाब स त सबस बढ़िया परिधान धोती, कुरता आ सीधा पल्ला के साड़ी छलनि, मुदा ओ पछिला साल के अनुभव सँ बुझी गेल छलखिन जे भारतीय परिधान के नाम पर लोक सभ की, की पहिर के एतइ से। कियेक त हमरा सभहक दिमाग में प्रतिस्पर्धा शब्द के ऐना बैसा देल गेल अछि जे ओहि के नाम पर किछु कर लेल लोक तैयार रहइत अछि। बड़का-बड़का कोचिंग क्लास बला सब के लेल इहे शब्द अमृत छइ जाहि के जरिया सँ ओ धन के अमृत्व प्राप्त के लेने छथी। अभिभावक के आर्थिक आ बच्चा सब के मानसिक शोषण के अड्डा बनि गेल अछि!! सोलह-सत्रह साल के कोमल अवस्था सँ बच्चा सब के अंक के आधार पर बाँटि के, एक-दोसर के प्रति ईर्ष्या आ दुर्भावना के भाव उपजाब के काज कर बला इ संस्थान सब के गोर चेहरा, आ स्याह मोन!!
इ संस्थान सब ऊंच, माध्यम आ निचला वर्ग में बच्चा सब के बाँटि के एक दोसर सँ दूर क दइ छइ, जाहि स ओ निश्चिंत भी जाय छइ जे तेज बच्चा कमजोर के मदद नहि कर लागे, ताकि ओकर व्यापार चलइते रहइ। ओ सब माय-बाप के नब्ज पकड़ी लेने छइ, बच्चा के भविष्य के ल के जे असुरक्षा के भावना छइ से बुझि गेल छइ। अहि में सरकार के सेहो पूरा सहयोग भेटइ छनि कियेक त बड़का कोचिंग संस्थान सब या त हुनका में स ककरो छनि या ओकरा सब स मोटगर पाई भेट जाय छनि, सरकार के गोर चेहरा आ स्याह मोन के ओ चिह्न गेल छलखिन!!
इहे सब सोचिते-सोचिते ओ भोर में पहिर लेल धोती-कुरता निकालि क राखि लेलथि। बुझइ छलखिन जे कल्हुका दिवाली पार्टी के आयोजन ओत काज कर बला लोक सब लेल नहि छई, ओ त एच.आर. विभाग बला के लेल एकटा काज छलइ। अहि आयोजन के माध्यम स लोक सब के गिफ्ट के लेल पाई भेट के, ओहि में जे ओकर अपन लोक हेतनि आ जे अलग-अलग विभाग में काज कर बला बॉस के चाटुकार सब हेतनि ओकरा सब के खुश के क अपन नीक संबंध बनाब के एकटा बहन्ना!! सब झूठ-फूस के एक दोसर के गला मिल क शुभकामना देब के नौटंकी कर बला लोक आ एच.आर. बला सब के गोर चेहरा आ स्याह मोन के नीक जकाँ चिन्हइ छथिन आ ओहि में शामिल होअ बला अपनो गोर चेहरा आ स्याह मोन के सेहो!!!

अन्य समाचार