१२ करोड़ बकाया
सामना संवाददाता / मुंबई
भारतीय जनता पार्टी की नेता पंकजा मुंडे के परली वैद्यनाथ शक्कर कारखाने पर जीएसटी विभाग ने बड़ी कारवाई की है। यह कार्रवाई भाजपा के किस नेता के इशारे पर हुई है, इसको लेकर राजनीतिक गलियारे में चर्चाओं का बाजार गर्म है। प्राथमिक तौर पर मिली जानकारी के मुताबिक पंकजा मुंडे के कारखाने पर बारह करोड़ रुपए जीएसटी बकाया है। जीएसटी न भरने के कारण मुंडे के कारखाने पर यह कारवाई की गई है। इस कारवाई में कारखाने की संपत्ति जब्त होने की संभावना जताई जा रही है। केंद्र और राज्य में भाजपा की सरकार होते हुए भी पंकजा मुंडे के कारखाने पर हुई उक्त कार्रवाई को लेकर राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा छाई हुई है कि यह कारवाई राज्य भाजपा के एक प्रभावशाली नेता के इशारे पर हुई है, जो पंकजा मुंडे का विरोधी बताया जाता है। जीएसटी विभाग ने कारखाने पर छापा मारने के बाद कई कागजाद अपने अधिकार में ले लिए हैं।
इस मामले में पंकजा मुंडे ने कहा कि इस कारखाने पर पिछले कई दिनों से ताला लगा है। कारखाना अत्यंत आर्थिक अड़चन में है। २०११ से लगातार कम उत्पादन, २०१३-१५ से तीन वर्षों के दौरान गंभीर सूखा, गन्ने की कमी और अन्य कारणों से कारखाना मुश्किल में है।’ तत्कालीन गोपीनाथ मुंडे को राजनीति के चलते कर्ज नहीं मिला था। इसलिए उन्हें उच्च ब्याज दरों पर राष्ट्रीय बैंकों से ऋण लेना पड़ा था। इन्हीं सब बातों का यह परिणाम है। पैâक्ट्री में फिलहाल कोई काम नहीं कर रहा है इसलिए मैंने खुद ताला खोलकर उन्हें दस्तावेज दिए। यह जांच आखिर किसलिए है, यह मुझे भी मालूम नहीं है। मुझे भी इस बारे धीरे-धीरे पता चलेगा, ऐसा पंकजा मुंडे ने कहा।