सामना संवाददाता / मुंबई
बगीचों में अभी आम पके नहीं हैं लेकिन बाजार कई किस्म के आम से पट गए हैं। सिंदूरी, लंगड़ा, मालदा समेत अन्य किस्म के आम बाजार में दिखने लगे हैं। मंडी में आंध्रप्रदेश, ओडिशा, बंगाल सहित अन्य दूसरे राज्यों से बड़े पैमाने पर आम मंगाए जा रहे हैं। इन्हें कार्बाइड से पकाकर बाजार में सजाया जा रहा है। समय से पहले बाजार में उतारे गए आम एक तो खाने में कम मीठे हैं, दूसरा ये स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक हैं। बाजार में मिलनेवाला केमिकलयुक्त आम लोगों को बीमार कर रहा है, जबकि व्यवसायी वर्ग को सिर्फ अपनी आमदनी नजर आ रही है। लोगों की सेहत से उनका कोई लेना-देना नहीं है, वहीं आम नागरिकों के जीवन से खिलवाड़ करनेवाले आम कारोबारियों के खिलाफ एफडीए भी अलर्ट हो गया है।
डॉक्टरों का कहना है कि आमतौर पर ज्यादा मुनाफा कमाने के लिए कई व्यापारी केमिकल और कार्बाइड का इस्तेमाल करते हैं। अगर आप इसे खाते हैं तो यह बॉडी के नर्वस सिस्टम में पहुंच जाता है, जो सेहत को तगड़ा नुकसान पहुंचा सकता है, इसलिए सावधानी बेहद जरूरी है।
आम वैâसे पकाया जा सकता है?
दरअसल, फल कारोबारी कच्चे आम के बगीचे खरीदते हैं। इसके बाद पेड़ से कच्चा आम तोड़ लिया जाता है। इसे नेचुरल दिखाने के लिए कारोबारी आम को गर्म जगह, जैसे बोरे, भूसे में भरकर रखता है। कुछ लोग इसमें कार्बन मोनो ऑक्साइड, एसिटलीन गैस जैसी चीजों का इस्तेमाल करते हैं, जो सेहत के लिए काफी खतरनाक होता है।
एफडीए हुआ अलर्ट
एफडीए अतिरिक्त आयुक्त शशिकांत केकरे के मुताबिक, बाजार में बेमौसम मिलने वाले आम को लेकर एफडीए अलर्ट मोड पर है। एफडीए अधिकारी एक अभियान के तहत बाजार में मिलनेवाले आम की जांच कर रहे हैं।