७,५०० लोगों को सेना ने बचाया
सामना संवाददाता / नई दिल्ली
मणिपुर में भयानक हिंसा भड़क गई है। सरकार ने हिंसा पर काबू पाने के लिए ‘शूट एट साइट’ का ऑर्डर दिया है। हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में स्थिति नियंत्रित करने के लिए सेना और असम राइफल्स को तैनात किया गया है।
बता दें कि मणिपुर में हालात का जायजा लेने के लिए गृहमंत्री अमित शाह ने मणिपुर के एन. बीरेन सिंह से बात की। सेना के प्रवक्ता के अनुसार अब तक ७,५०० लोगों को सुरक्षाबलों ने हिंसा प्रभावित इलाकों से निकालकर सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया है। स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए फ्लैग मार्च किया जा रहा है। राज्य की आबादी में ५३ प्रतिशत हिस्सा रखनेवाले गैर-आदिवासी मेइती समुदाय की अनुसूचित जनजाति (एसटी) के दर्जे की मांग के खिलाफ चुराचांदपुर जिले के तोरबंग इलाके में ‘ऑल ट्राइबल स्टूडेंट यूनियन मणिपुर’ (एटीएसयूएम) द्वारा बुलाए गए ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ के दौरान बुधवार को हिंसा भड़क गई थी। इसके बाद कई जिलों में कर्फ्यू लगा दिया गया। इतना ही नहीं, पूरे मणिपुर में ५ दिनों के लिए इंटरनेट सर्विस को सस्पेंड कर दिया गया है। वहां हेलिकॉप्टर के जरिए भी निगरानी की जा रही है। कानून व्यवस्था की बहाली के लिए सेना और असम राइफल्स के कुल ५५ कॉलम तैनात किए गए हैं। अतिरिक्त १४ कॉलम को भी शॉर्ट नोटिस पर तैनाती के लिए तैयार रखा गया है।
‘पीएम को ध्यान देना चाहिए’
मणिपुर में कई जगहों पर आदिवासी समूहों के प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि मणिपुर में तेजी से बिगड़ती कानून-व्यवस्था को लेकर काफी चिंतित हूं। मणिपुर के लोगों से शांति की अपील करते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को राज्य में शांति और सामान्य स्थिति बहाल करने पर ध्यान देना चाहिए।
`मैरी कॉम ने मोदी से मदद मांगी’
मणिपुर की स्थिति पर महिला मुक्केबाज मैरी कॉम ने भी ट्वीट किया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मदद मांगी। मैरी कॉम ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘मेरा राज्य मणिपुर जल रहा है। प्लीज मदद कीजिए।’ उन्होंने अपने ट्वीट में पीएम नरेंद्र मोदी, पीएमओ ऑफिस, गृहमंत्री अमित शाह और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह को भी टैग किया है। उन्होंने मणिपुर हिंसा की कुछ तस्वीरों को भी अपने ट्वीट में शेयर किया है।