सामना संवाददाता / नई दिल्ली
भारत के पूर्वोत्तर का खूबसूरत मणिपुर पिछले १६ महीने से लगातार जल रहा है। रोज हिंसा, हत्याएं, दंगे, विस्थापन हो रहे हैं, घर जल रहे हैं, परिवार उजड़ रहे हैं, हजारों परिवार राहत वैंâपों में दिन काटने को मजबूर हैं। यहां तक की ड्रोन से गांवों में बम गिराए जा रहे हैं। पूर्व सीएम के घर पर रॉकेट से हमले हो रहे हैं, सुरक्षाबलों पर हमले किए जा रहे हैं, यहां तक कि राज्यपाल निवास पर भी हमले हो रहे हैं, लेकिन देश के प्रधानमंत्री मोदी ने इसे रोकने का अब तक कोई प्रयास नहीं किया। ये बेहद लज्जास्पद है कि डेढ़ साल से जलते मणिपुर की ओर पीएम मोदी मौन हैं। आंकड़े बताते हैं कि पिछले ११ दिनों में फिर भड़की इस हिंसा में ९ लोगों ने दम तोड़ दिया।
बता दें कि सितंबर के पहले सप्ताह से मणिपुर में हिंसा का वही रूप देखने को मिल रहा है, जो २०२३ में जुलाई, अगस्त के महीने में देखा गया था। एक बार फिर मणिपुर में हालात बिगड़ते जा रहे हैं। स्थिति को काबू में करने के लिए दंगा नियंत्रण वाहनों के साथ आरएएफ को बुलाया गया है। कोओर्डिनेटिंग कमेटी ऑन मणिपुर इंटीग्रिटी ने एक कड़ा अल्टीमेटम जारी किया है, जिसमें भारतीय सशस्त्र बलों से पांच दिनों के भीतर संकट से निपटने के लिए ठोस कार्रवाई की मांग की गई है।
५ दिन के लिए इंटरनेट बैन
मणिपुर में बिगड़े हालात के बीच सरकार ने मंगलवार को पांच दिनों के लिए राज्य में इंटरनेट और मोबाइल डेटा पर प्रतिबंध लगाने का पैâसला किया है। मणिपुर सरकार के फैसले के मुताबिक, राज्य में १५ सितंबर दोपहर ३ बजे तक इंटरनेट और मोबाइल डेटा बंद रहेगा।
लोगों की तबाही पर प्रधानमंत्री की उदासीनता अक्षम्य
मणिपुर में हिंसा की हालिया घटनाओं को लेकर प्रियंका गांधी ने पीएम मोदी पर हमला बोला है। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म `एक्स’ पर किए एक पोस्ट में कहा है, ‘ऐसा कभी नहीं हुआ कि देश के एक राज्य को महीनों तक इस तरह जलता हुआ छोड़ दिया जाए और उस पर बात तक न की जाए। देश की आंतरिक सुरक्षा किसी की इच्छा पर निर्भर नहीं होती, यह अनिवार्य दायित्व है। प्रधानमंत्री की उदासीनता अक्षम्य है।’
विरोध रैली में फूंका गया अमित शाह का पुतला
मणिपुर में मंगलवार को पुलिस महानिदेशक और राज्य के सुरक्षा सलाहकार को पद से हटाने की मांग को लेकर इंफाल में राजभवन की ओर कूच कर रहे प्रदर्शनकारी छात्रों के साथ झड़प होने पर सुरक्षाबलों ने आंसू गैस के गोले दागे। मणिपुर विश्वविद्यालय के छात्रों ने विरोध रैली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का पुतला भी फूंका है।