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पानी पर मनपा का `मिसमैनेजमेंट’ … `टैंकर और बॉटल’ पर निर्भर मुंबईकर!

• मनपा की खामियों का फायदा उठाते माफिया
• मनमाने दामों पर कर रहे पानी की सप्लाई
रामदिनेश यादव / मुंबई
मुंबई में दिनों-दिन पानी की समस्या विकट होती जा रही है। कई जगहों पर लोग बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं तो कई जगहों पर पानी की ६० प्रतिशत से ज्यादा कटौती कर पानी की सप्लाई हो रही है। इसमें दो राय नहीं है कि यह सब मनपा की लापरवाही के चलते ही हो रहा है। पानी समस्या पर मनपा के मिसमैनेजमेंट का ही परिणाम है कि इन दिनों मुंबईकर भुगत रहे हैं। एक तरफ जहां मुंबईकरों को मानसिक त्रास हो रहा है, वहीं दूसरी तरफ पानी टैंकर और बॉटल माफियाओं की चल पड़ी है। मनमाने दाम पर टैंकर और बोतल में बंद पानी की सप्लाई हो रही है। मनपा इस मामले में अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ते हुए साफ कह रही है कि अभी लोगों को पानी की सुव्यवस्था के लिए लंबा इंतजार करना पड़ेगा। मनपा अधिकारियों की मानें तो अभी २० दिन पानी की समस्या जस की तस रहेगी।
मुंबईकरों में मनपा की इस लापरवाही को लेकर काफी नाराजगी देखी जा रही है। मनपा पर गैर जिम्मेदाराना कदम उठाने को लेकर लोग गंभीर आरोप लगा रहे हैं। मनपा के मिसमैनेजमेंट के चलते मुंबईकरों को बड़ी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। पुरानी पाइप से पानी सप्लाई हो रही है लेकिन नई पाइप से पानी सप्लाई ठप है। वडाला एंटॉपहिल में नंदलाल पांडे ने कहा कि जब मनपा को जानकारी थी कि एक महीने तक मुंबई में पानी की व्यवस्था गड़बड़ रहेगी तो कोई विकल्प क्यों नहीं पहले से तलाशे गए? आखिर बिना किसी योजना के काम कैसे शुरू कर दिया?
महेंद्र जैन ने बताया कि यह मनपा की लापरवाही ही है कि मुंबई के ज्यादातर इलाकों में पानी सप्लाई ४० से ७० प्रतिशत नहीं हो रही है। मुंबई महानगरपालिका देश की मॉडल सिटी में गिनी जाती है। हर काम के लिए मनपा बड़े पैमाने पर तैयारी करती है लेकिन इस बार ऐसा क्या हुआ, जो पानी की पाइप की मरम्मत काम से पहले कोई प्लानिंग नहीं की गई और मुंबईकरों को मुसीबत में छोड़ दिया गया। जैन ने कहा कि कहीं यह टैंकर माफिया के इशारे पर तो नहीं हो रहा है? चूंकि एक तरफ मनपा अपने मैनेजमेंट में फेल हुई है, वहीं दूसरी तरफ टैंकर माफिया द्वारा अधिक कीमत लेने पर नियंत्रण करने में असफल है।

आरोपों का कर रहे खंडन
उधर टैंकर सप्लाई एसोसिएशन ने उन पर लगाए जा रहे आरोपों का खंडन किया है। उनका कहना है कि अप्रैल में वैसे भी पानी की मांग ज्यादा होती है। हालांकि, यह सच है कि इस बार मनपा द्वारा पानी सप्लाई में गड़बड़ी के बाद पानी की मांग बढ़ गई है। हम पानी की मांग पूरा करने में पूरी कोशिश कर रहे हैं। रेजिडेंशियल सोसायटी आरओं में पानी की डिमांड ज्यादा है।

क्या कहते हैं अधिकारी?
मनपा के हाइड्रोलिक विभाग के मुख्य इंजीनियर ने बताया कि १० से १५ दिनों तक यह पानी सप्लाई की समस्या रहेगी। हालांकि, हमारा प्रयास है कि ज्यादा से ज्यादा ठिकानों पर पानी कटौती न्यूनतम स्तर पर की जाए। सायन, मालाड, साकीनाका जैसे इलाकों में पानी सप्लाई की स्थिति सुधारी जा रही है।

क्या है समस्या?
मुंबई को पानी सप्लाई करने वाले टनल में ठाणे के पास लीकेज होने से बड़ी समस्या सामने खड़ी हो गई है। किसी खुदाई कार्य के दौरान यहां टनल डैमेज हो गया। इसकी मरम्मत में महीनों का वक्त लग सकता है। ३१ मार्च से मनपा ने यहां मरम्मत कार्य शुरू किया है। इस बीच १५ प्रतिशत पानी कटौती का दावा किया गया है। मुंबईकरों को पुरानी पाइप से पानी सप्लाई की जा रही है।

मुंबई में इन दिनों टैंकर सप्लाई की स्थिति
• मुंबई में दिन भर में कुल २५ से २७ हजार टैंकरों से पानी सप्लाई
• शहर में लगभग ४-६ हजार टैंकर पानी
• उपनगर में २० से २१ हजार टैंकर पानी सप्लाई होते हैं
पानी कटौती से पहले प्रति टैंकर पानी की दर
• कमर्शियल के लिए ९०० रुपए प्रति टैंकर
• रेजिडेंशियल के लिए १,५०० रुपए प्रति टैंकर
मौजूदा समय में
•कमर्शियल के लिए २ से ३ हजार रुपए प्रति टैंकर
• रेजिडेंशियल के लिए ३.५ से ४.५ हजार रुपए प्रति टैंकर
बोतल बंद पानी की दर
• २० लीटर पानी की कीमत पहले ६० रुपए थी
• अब बढ़कर १३० रुपए तक हो गई है
• मुंबई में रोजाना लगभग दो लाख बॉटल पानी की सप्लाई होती है।

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